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Up Kiran, Digital Desk: दिवाली, यानी रोशनी का त्योहार, भारत का सबसे बड़ा और सबसे प्रतीक्षित पर्व है। यह त्योहार एक दिन का नहीं, बल्कि पूरे पांच दिनों का होता है, जिसकी शुरुआत धनतेरस के पावन दिन से होती है। धनतेरस को 'धनत्रयोदशी' के नाम से भी जाना जाता है और यह दिन किसी भी तरह की खरीदारी के लिए साल का सबसे शुभ और सौभाग्यशाली दिन माना जाता है।

कब है धनतेरस 2025? (Dhanteras 2025 Date)

हिंदू पंचांग के अनुसार, धनतेरस का त्योहार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस साल, यानी 2025 में, धनतेरस का पर्व 10 अक्टूबर, दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा।

क्यों मनाया जाता है धनतेरस: इस दिन को लेकर दो प्रमुख पौराणिक मान्यताएं हैं:

भगवान धन्वंतरि का जन्मोत्सव: माना जाता है कि इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान, स्वास्थ्य और आयुर्वेद के देवता भगवान धन्वंतरि अपने हाथों में अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसीलिए इस दिन को उनके जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। लोग इस दिन अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु की कामना करते हैं।

धन की देवी लक्ष्मी और कुबेर की पूजा: यह दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और धन के देवता भगवान कुबेर की पूजा के लिए भी बेहद खास है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन पूजा करने और नई चीजें खरीदने से घर में धन-धान्य और सुख-समृद्धि का वास होता है।

इस दिन क्या खरीदना होता है सबसे शुभ? (What to Buy on Dhanteras?)

धनतेरस पर अपनी क्षमता के अनुसार कुछ न कुछ नया खरीदकर घर लाने की परंपरा है। माना जाता है कि इस दिन खरीदी गई कोई भी वस्तु कई गुना फल देती है। आइए जानते हैं कि इस दिन क्या-क्या खरीदना शुभ होता है:

सोना और चांदी (Gold and Silver): सबसे शुभ धातु सोना और चांदी को माना जाता है। लोग सिक्के, गहने या मूर्तियां खरीदते हैं। इन्हें खरीदना समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

पीतल के बर्तन (Brass Utensils): अगर आप सोना-चांदी नहीं खरीद सकते, तो पीतल के बर्तन खरीदना एक बहुत अच्छा विकल्प है। भगवान धन्वंतरि जब प्रकट हुए थे, तो उनके हाथ में पीतल का ही कलश था। इसलिए पीतल खरीदना बेहद शुभ माना जाता है।

झाड़ू (Broom): झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन नई झाड़ू घर लाने से घर की दरिद्रता और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

साबुत धनिया (Coriander Seeds): धनिया को समृद्धि का बीज माना जाता है। इस दिन धनिया खरीदकर लक्ष्मी पूजा में चढ़ाया जाता है और बाद में उसे अपने बगीचे या गमलों में बो दिया जाता है।

गोमती चक्र (Gomti Chakra): मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए 11 गोमती चक्र खरीदकर उन्हें एक पीले कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी या अलमारी में रखना भी बहुत शुभ माना जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक सामान, वाहन या प्रॉपर्टी: अपनी जरूरत के हिसाब से आप इस शुभ दिन पर कोई भी नई चीज खरीद सकते हैं।

इस दिन खरीदी हुई चीजों की दिवाली की रात लक्ष्मी पूजा में शामिल किया जाता है, जिससे घर में बरकत बनी रहती है।