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यूएस सेंट्रल कमांड के जनरल केनेथ मैकेंजी ने 2022 में कहा था कि ईरान के पास तीन हजार से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलों का भंडार है। पूरे मध्य पूर्व में ईरान के पास सबसे ज्यादा मिसाइलें हैं। ईरान के पास ना सिर्फ अलग-अलग तरह की मिसाइलें हैं बल्कि हर रेंज की मिसाइलें हैं।

पाकिस्तान से ईरान की हवाई दूरी 1500 किलोमीटर है। यदि ईरान का मन हो तो वह अपनी पश्चिमी सीमा से मिसाइलें दागकर कराची बंदरगाह को उड़ा सकता है। बलूचिस्तान के कई हिस्सों में तबाही मच सकती है। मगर ईरान की करीबन एक हजार किलोमीटर की सीमा पाकिस्तान से लगती है।

अगर ईरान अपनी बैलिस्टिक मिसाइलें सीमा के पास से दागता है, चाहे वह पेशावर हो, इस्लामाबाद हो, लाहौर हो, कराची हो या क्वेटा हो। कुछ भी नहीं बचेगा। पूरा पाकिस्तान तबाह हो जायेगा। यही नहीं, ईरान का पूरा ध्यान दो हजार किलोमीटर से अधिक की मारक क्षमता वाली शक्तिशाली मिसाइलें विकसित करने और उन्हें देश में तैनात करने पर है।

शहाब-3 : शहाब-3 एक ईरानी मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है। ये मिसाइल उत्तर कोरिया की नोडोंग-1 मिसाइल पर आधारित है। इसकी रेंज 1000 से 2000 किमी है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि हथियार कितने वजन पर रखा गया है। नए मॉडल में क्लस्टर युद्ध सामग्री का विकल्प भी है। यानी एक मिसाइल से पांच जगहों पर हमला किया जा सकता है। ये अधिकतम 400 किमी की ऊंचाई तक पहुंच सकता है। इसकी गति 2।4 किलोमीटर प्रति सेकंड है।

ग़दर - यह भी एक मध्यम दूरी की मिसाइल है। इसकी रेंज 1800 से 2000 किमी है। उसकी गति भयानक है। यानी यह 11,113।2 किमी/घंटा की रफ्तार से लक्ष्य की ओर बढ़ती है। इसे एंटी-सैटेलाइट मिसाइल और आईआरबीएम के रूप में भी वर्गीकृत किया गया है। यदि यह लक्ष्य से 110 मीटर के दायरे में कहीं भी उतरता है तो लक्ष्य को नष्ट कर देता है।

इमाद - यह मिसाइल एक तरल ईंधन मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है। इसका व्यास 1।25 मीटर है। इसमें एक ही वारहेड का उपयोग किया जाता है। जिसका वजन 750 किलो है। इसका सीईपी 10 मीटर है। यानी अगर ये लक्ष्य के 5-10 मीटर के भीतर आ गया तो लक्ष्य पूरी तरह से नष्ट हो जाएगा। इसकी रेंज 1700 किमी है। यह शहाब-3 मिसाइल जैसा दिखता है। 2016 से ईरानी सेना इसका इस्तेमाल कर रही है।

खोर्रमशहर-1, 2, और 4 - खोर्रमशहर के कई रूप हैं। ये सभी मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें हैं। इसका वजन 19.5 टन है। 13 मीटर लंबी मिसाइल का व्यास डेढ़ मीटर है। ये तरल ईंधन रॉकेट इंजन की सहायता से उड़ान भरता है। इसकी रेंज 2000 किमी है। इसमें 1800 किलोग्राम वजन के हथियार लोड किए जा सकते हैं। इसकी गति 9878 किमी/घंटा से 17,287 किमी/घंटा तक है। इसका मतलब है कि इसे किसी भी पाकिस्तानी टारगेट को तबाह करने में एक सेकंड भी नहीं लगेगा।

फतह एक हाइपरसोनिक मध्यम दूरी की मिसाइल है। इसमें 350 से 450 किलो तक के वॉरहेड यानी हथियार लगाए जा सकते हैं। ठोस ईंधन इंजन से उड़ान भरता है। इसकी रेंज 1400 किमी है। स्पीड 16,052 किमी/घंटा से 18,522 किमी/घंटा है। इसकी खास बात इसकी गतिशीलता है। इस मिसाइल को किसी भी समय किसी भी दिशा में मोड़ा जा सकता है। यह मिसाइल किसी भी रडार की नजर में नहीं आती है।

खीबर शेकन- खैबर शेकन भी एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है। इस मिसाइल का वजन 4.5 टन है और इसकी लंबाई 10.5 मीटर है। व्यास 80 सेमी है। यह 500 किलोग्राम का हथियार ले जा सकता है। इसकी रेंज 1450 किमी है। यह किसी भी वायु रक्षा प्रणाली से बचने के लिए विशेष गतिशीलता तकनीक से लैस है। इसकी गति 4932 से 6174 किलोमीटर प्रति घंटा है।

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