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कनाडा के प्रधानमंत्री की हरकतों के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाया है। ऐसी खबरें हैं कि संसद भवन में गृहमंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के मध्य महत्वपूर्ण मीटिंग हुई। इसके बाद भारत ने ऐसे कदम उठाए हैं जिससे कनाडा की परेशानियां बढ़ती दिख रही हैं। वहीं कनाडा के हालात खराब हैं।

जहां एक तरफ कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो भारत के विरूद्ध बेतुका बयान देकर फंस गए हैं तो वहीं दूसरी तरफ कनाडा के हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं। खबरें हैं कि कानून व्यवस्था यानि कि लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ रहा है। यहां तक कि कनाडा में पुलिस की भर्तियां भी रोक दी गई हैं। जिसके पीछे का कारण देश में आर्थिक तंगी है। सूत्रों की मानें तो ट्रूडो के पीएम कार्यालय में एंट्री करने के बाद से ही कनाडा में लॉ ऑर्डर की समस्या बनी हुई है। कनाडा के कुछ इलाकों में फायरिंग आम बात हो गई है।

सरे एडवर्ड स्पोर्ट जैसे इलाकों की बात करें तो यहां गोलीबारी की घटनाएं हर दिन सामने आ रही हैं। कहा है कि कनाडा में हो रहे प्रोटेस्ट को रोकने में यहां की पुलिस कामयाब नहीं हो पा रही है क्योंकि उनपर जरुरत से ज्यादा वर्क लॉड है। पैसों की कमी की वजह से कनाडा अपने यहां पुलिस डिपार्टमेंट में भर्ती तक नहीं कर पा रहे हैं। सरे में उन्हें 1500 पुलिसकर्मियों की जरूरत है लेकिन उनके पास सिर्फ 500 से 600 का ही स्टाफ है। अगर कनाडा में हिंस घटनाएं बढ़ती रहीं तो ट्रूडो सरकार गिर सकती है।
 

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