Up kiran,Digital Desk : हम सब अपने घर के मंदिर में भगवान की पूजा पूरे मन से करते हैं। खासतौर पर अगर बात भगवान विष्णु (श्री हरि) की हो, तो पीला रंग, पीले फूल और चंदन का अपना ही महत्व है। बाजार में कई तरह के चंदन मिलते हैं—लाल चंदन, पीला चंदन, केसरिया चंदन। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शास्त्रों में 'हरि चंदन' को सबसे शुभ और पवित्र माना गया है?
'हरि' का मतलब है भगवान विष्णु और जो चंदन उन्हें सबसे ज्यादा भाता है, वो है हरि चंदन। अक्सर हम बाजार से पैकेट वाला चंदन लाते हैं, जिसमें कई बार मिलावट होती है। आज हम आपको बताते हैं कि आप अपने घर पर ही बड़ी आसानी से एकदम शुद्ध हरि चंदन कैसे बना सकते हैं। और हां, इसके लिए जो सामग्री चाहिए, वो आपके घर में ही मौजूद है।
क्यों खास है हरि चंदन?
मान्यता है कि बिना तुलसी के भगवान विष्णु न तो भोग स्वीकार करते हैं और न ही पूजा। हरि चंदन की खासियत ही यह है कि इसे तुलसी की लकड़ी से तैयार किया जाता है। इसलिए इसका तिलक लगाने से मन को शांति मिलती है और भगवान की विशेष कृपा बरसती है।
बस ये 4 चीजें चाहिए (Ingredients)
हरि चंदन बनाने के लिए आपको कोई महंगी चीज नहीं चाहिए। बस अपनी रसोई और घर के मंदिर से ये चीजें इकठ्ठा कर लें:
तुलसी की सूखी लकड़ी: (अक्सर घर में तुलसी का पौधा सूख जाता है, हम उसकी टहनी को विसर्जित कर देते हैं, उसी टहनी का यहां इस्तेमाल करना है)।
शुद्ध हल्दी: (गांठ वाली हल्दी हो तो और भी अच्छा है)।
कुमकुम या रोली।
गंगाजल।
बनाने का सही तरीका (Step-by-Step Method)
इस चंदन को बनाने में आपको मुश्किल से 5-10 मिनट लगेंगे। इसे आप सिलबट्टे पर या चंदन घिसने वाले पत्थर पर बना सकते हैं।
स्टेप 1: सबसे पहले पत्थर या सिलबट्टे को धोकर साफ कर लें।
स्टेप 2: अब इस पर थोड़ी सी हल्दी और कुमकुम रखें।
स्टेप 3: ऊपर से थोड़ा सा गंगाजल डालें ताकि पेस्ट बन सके।
स्टेप 4: अब तुलसी की सूखी लकड़ी लें और उसे इस हल्दी-कुमकुम के मिश्रण के साथ पत्थर पर घिसना (रगड़ना) शुरू करें।
स्टेप 5: जैसे-जैसे आप लकड़ी घिसेंगे, उसमें से जो तत्व निकलेंगे वो हल्दी और कुमकुम के साथ मिल जाएंगे। एक भीनी-भीनी खुशबू आने लगेगी।
लीजिए, तैयार है आपका पवित्र 'हरि चंदन'।
कैसे करें इस्तेमाल?
रोज सुबह नहाने के बाद पूजा करते समय यह चंदन भगवान विष्णु या लड्डू गोपाल को लगाएं। अगर आप गुरुवार का व्रत रखते हैं, तो इस चंदन का तिलक खुद भी माथे पर लगाएं। कहते हैं इससे गुरु ग्रह मजबूत होता है और जीवन के कष्ट दूर होते हैं। तो अगली बार बाजार से लाने के बजाय, घर पर ही अपनी भक्ति और शुद्धता से प्रभु के लिए चंदन तैयार करें।
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