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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट टीम को लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ करारी हार का सामना करना पड़ा। इस हार ने सिर्फ फैंस का दिल ही नहीं तोड़ा, बल्कि टीम की रणनीति पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, शार्दुल ठाकुर ने बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन करते हुए अकेले दम पर कुछ उम्मीद जगाई, लेकिन उनकी यह जुझारू पारी भी टीम को हार से नहीं बचा सकी।

रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने भले ही कई उतार-चढ़ाव देखे हों, और उनकी कप्तानी में भारत ने कुछ बड़ी जीतें भी हासिल की हों, लेकिन लॉर्ड्स जैसी बड़ी हार अक्सर बड़े बदलाव की मांग करती है। और इस बार, हार के बाद सबसे बड़ी मांग जिस खिलाड़ी के लिए उठी है, वो कोई और नहीं बल्कि टेस्ट के पूर्व कप्तान और भारतीय क्रिकेट के किंग विराट कोहली हैं।

कई क्रिकेट पंडित और फैंस सोशल मीडिया पर लगातार विराट को टेस्ट टीम में वापस लाने की वकालत कर रहे हैं। उनका मानना है कि टीम को इस वक्त एक ऐसे अनुभवी और दृढ़ कप्तान की जरूरत है, जो मुश्किल परिस्थितियों में टीम को संभाल सके और प्रेरणा दे सके।

 भले ही रोहित ने अपनी कप्तानी में कई प्रभावशाली पारियां खेली हों, लेकिन टेस्ट क्रिकेट की चुनौती और उसका दबाव बिल्कुल अलग होता है। विराट कोहली का टेस्ट में कप्तानी का रिकॉर्ड शानदार रहा है; उन्होंने टीम को कई ऐतिहासिक जीतें दिलाई हैं और टीम को दुनिया की शीर्ष टेस्ट टीमों में से एक बनाया है।

 कुछ का यह भी मानना है कि सिर्फ कप्तान बदलने से ही सब कुछ ठीक नहीं हो जाता। टीम को अपनी बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग के हर पहलू पर ध्यान देना होगा और सामूहिक रूप से बेहतर प्रदर्शन करना होगा। क्या विराट की वापसी टीम के लिए संजीवनी बूटी साबित होगी, या यह सिर्फ एक भावनात्मक मांग है? यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और चयनकर्ता इस पर क्या फैसला लेते हैं।

आने वाले समय में भारतीय टेस्ट टीम के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं। ऐसे में यह सवाल और भी बड़ा हो जाता है कि क्या विराट कोहली अपनी टेस्ट जर्सी दोबारा पहनेंगे, और अगर हां, तो क्या वो टीम को फिर से जीत की राह पर ला पाएंगे? फैंस की उम्मीदें आसमान छू रही हैं और हर कोई भारतीय टीम को एक बार फिर जीतते हुए देखना चाहता है।

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