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Up Kiran, Digital Desk: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में एक महिला अधिकारी की मौजूदगी ने हाल ही में हर किसी का ध्यान खींचा है। यह महिला अधिकारी कोई और नहीं, बल्कि इंस्पेक्टर अदसो कपेसा (Adaso Kapesa) हैं, जो स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) में शामिल होने वाली पहली महिला अधिकारी हैं। उनकी यह ऐतिहासिक नियुक्ति न केवल महिला सशक्तिकरण का एक बड़ा कदम है, बल्कि भारत की शीर्ष सुरक्षा एजेंसियों में महिलाओं की बढ़ती भूमिका का भी प्रतीक है।

कौन हैं अदसो कपेसा:मणिपुर के सेनापति जिले के कैबी गांव की रहने वाली अदसो कपेसा ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। मुश्किल भौगोलिक परिस्थितियों और सीमित संसाधनों वाले क्षेत्र से आने के बावजूद, अदसो ने हमेशा बड़े सपने देखे और उन्हें पूरा करने के लिए अथक प्रयास किया। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने सशस्त्र सीमा बल (SSB) में अपना करियर शुरू किया। 

SSB की 55वीं बटालियन में पिथौरागढ़, उत्तराखंड में सेवा देते हुए, उनके अनुशासित आचरण और असाधारण प्रदर्शन ने वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया। इसी उत्कृष्ट प्रदर्शन के चलते उनका चयन SPG के कठोर कमांडो प्रशिक्षण के लिए हुआ, जिसे उन्होंने सफलतापूर्वक पूरा किया। 2020 में SPG कमांडो ट्रेनिंग पूरी करने के बाद, 2024 में वे प्रधानमंत्री की कोर सुरक्षा टीम का हिस्सा बनीं।

SPG: भारत की सबसे विशिष्ट सुरक्षा इकाई

स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) भारत की सबसे विशिष्ट सुरक्षा इकाई है, जिसका मुख्य कार्य प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। SPG में चयन अत्यंत कठिन होता है, जिसमें कठोर शारीरिक और मानसिक परीक्षण, हथियारों के प्रशिक्षण, मार्शल आर्ट्स, बम डिफ्यूजिंग और गुप्त मिशनों की तैयारी जैसी चुनौतियाँ शामिल होती हैं। यह बल अपनी गोपनीयता, कठोर मानकों और विश्व की सबसे कठिन सुरक्षा इकाइयों में से एक के रूप में जाना जाता है।

ऐतिहासिक उपलब्धि और प्रेरणा का स्रोत

अदसो कपेसा का SPG में शामिल होना एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है। यह न केवल SPG के इतिहास में पहली बार हुआ है, बल्कि यह एक पुरुष-प्रधान क्षेत्र में महिलाओं के लिए नए रास्ते खोलता है। उनकी यह यात्रा, मणिपुर के एक छोटे से गाँव से लेकर प्रधानमंत्री की सुरक्षा में खड़ी होने तक, दृढ़ता, अनुशासन और साहस का एक चमकता उदाहरण है। यह उन अनगिनत युवा महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है जो सुरक्षा बलों में अपना करियर बनाना चाहती हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर

हाल ही में यूनाइटेड किंगडम की अपनी यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इस तस्वीर में अदसो कपेसा, काले सूट और ईरपीस के साथ, प्रधानमंत्री के ठीक पीछे शांत और सतर्क दिखाई दे रही थीं। इस तस्वीर ने न केवल उनके महत्वपूर्ण कार्य को उजागर किया, बल्कि देश भर में महिलाओं की क्षमता और देश की सेवा में उनके बढ़ते योगदान को भी रेखांकित किया। कई सुरक्षा विशेषज्ञों और पूर्व अधिकारियों ने भी कपेसा की नियुक्ति की सराहना की है, इसे समावेशिता और योग्यता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।

अदसो कपेसा की नियुक्ति महिला सशक्तिकरण का प्रतीक

आज के दौर में, जहाँ महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं, अदसो कपेसा की कहानी महिला सशक्तिकरण की एक सशक्त मिसाल है। उनका सफर यह दर्शाता है कि लिंग आधारित रूढ़ियों को तोड़ना और उच्चतम स्तर पर उत्कृष्टता प्राप्त करना संभव है। उनकी उपस्थिति ने यह भी दर्शाया है कि भारत के सुरक्षा तंत्र में आधुनिकता और समावेशिता को अपनाया जा रहा है।

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