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Up Kiran Digital Desk:  भारतीय रसोई में तेजपत्ता का नाम सुनते ही दाल, पुलाव या सब्ज़ी की सुगंध याद आ जाती है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि यह भूरी-सी दिखने वाली पत्ती सिर्फ स्वाद नहीं बल्कि सेहत और संपूर्ण पुरुष स्वास्थ्य को भी बेहतर बना सकती है?

आधुनिक विज्ञान और आयुर्वेदिक ग्रंथ दोनों तेजपत्ता के ऐसे औषधीय गुणों की पुष्टि करते हैं, जिन पर शायद अब तक आम लोगों का ध्यान नहीं गया। यह लेख तेजपत्ता के उन्हीं अद्भुत गुणों और इसके वैज्ञानिक आधार पर प्रकाश डालता है।

तेजपत्ता में छिपा है मर्दाना शक्ति का रहस्य

तेजपत्ता में पाए जाने वाले तत्व जैसे विटामिन ए, बी-कॉम्प्लेक्स, सी, और फ्लावोनॉइड्स, पुरुषों की यौन शक्ति और समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माने जाते हैं।

आयुर्वेदाचार्य डॉ. अनिरुद्ध मिश्रा के अनुसार,  तेजपत्ता पाचन क्रिया सुधारता है, रक्तसंचार को उत्तेजित करता है और पुरुष हार्मोन 'टेस्टोस्टेरोन' के संतुलन में सहायक होता है।

तेजपत्ता कैसे करता है कार्य

रक्त संचार को सुधारे

यौन शक्ति का सीधा संबंध शरीर में रक्त के प्रवाह से होता है। तेजपत्ता का सेवन रक्त वाहिकाओं को सक्रिय करता है, जिससे शारीरिक ऊर्जा में सुधार होता है।

तनाव को कम करे

तेजपत्ता की महक में लिनालूल नामक तत्व पाया जाता है, जो तनाव और चिंता को कम करता है। मानसिक शांति यौन स्वास्थ्य को मजबूत आधार देती है।

हार्मोन संतुलन बनाए

प्राकृतिक रूप से टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ाने में तेजपत्ता सहायक माना जाता है, जिससे स्टेमिना और पुरुषत्व में वृद्धि होती है।

मांसपेशियों को मजबूती दे

तेजपत्ता में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व थकान, कमजोरी और मांसपेशियों की अकड़न को दूर करते हैं — यह विशेष रूप से उन पुरुषों के लिए लाभकारी है जो शारीरिक परिश्रम अधिक करते हैं।

तेजपत्ता का सेवन: कब और कैसे

2-3 तेजपत्ता लें, एक कप पानी में 5-7 मिनट तक उबालें। सुबह खाली पेट पीना सबसे अधिक लाभकारी है। यह शरीर को ऊर्जावान बनाए रखता है और यौन शक्ति में सुधार लाता है।

सूखे तेजपत्ता को पीसकर पाउडर बना लें। 1 चम्मच पाउडर को 1 चम्मच शहद के साथ मिलाकर सेवन करें। नर्व्स को मज़बूती और मानसिक स्पष्टता मिलती है।

इसके तेल से शरीर पर हल्के हाथों से मालिश करने पर रक्त संचार बेहतर होता है। खासकर पीठ और जांघों के हिस्सों पर यह अधिक असरदार होता है।