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Up Kiran, Digital Desk: जालंधर के सिविल अस्पताल से एक बेहद दुखद और चिंताजनक खबर सामने आई है। अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई अचानक बाधित होने के कारण तीन मरीजों ने अपनी जान गंवा दी। इस घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है और प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। राज्य सरकार ने इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच के आदेश दे दिए हैं।

क्या हुआ था? बताया जा रहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना तब हुई जब अस्पताल में भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन की सख्त ज़रूरत थी। अचानक किसी खराबी या लापरवाही के कारण ऑक्सीजन की सप्लाई में रुकावट आ गई। डॉक्टरों और स्टाफ ने स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन जब तक वैकल्पिक व्यवस्था की जाती, तब तक तीन मरीजों ने दम तोड़ दिया। यह घटना दिखाती है कि मरीजों की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन कितनी महत्वपूर्ण है।

सरकार ने क्या कदम उठाए? इस घटना की जानकारी मिलते ही पंजाब सरकार हरकत में आई। मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। सरकार ने आश्वासन दिया है कि घटना के लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

जांच में यह पता लगाया जाएगा कि ऑक्सीजन सप्लाई क्यों रुकी, इसमें किसकी लापरवाही थी और क्या ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई प्रोटोकॉल मौजूद नहीं था या उसका पालन नहीं किया गया।

परिवारों का गुस्सा और सवाल जिन मरीजों ने अपनी जान गंवाई है, उनके परिवारों में गहरा शोक और गुस्सा है। उनका कहना है कि यह सीधी-सीधी लापरवाही का मामला है और इसके लिए दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। वे जानना चाहते हैं कि आखिर उनके अपनों को क्यों खोना पड़ा।

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