img

Up Kiran, Digital Desk: त्योहारों का समय आते ही व्रत और उपवास का सिलसिला शुरू हो जाता है। चाहे नवरात्रि के नौ दिन हों या कोई और त्योहार, उपवास रखना हमारी आस्था का एक अहम हिस्सा है। लेकिन अक्सर व्रत के दौरान हमें कमजोरी, थकान या पेट में गैस और एसिडिटी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसका एक बड़ा कारण यह है कि हम व्रत में सही चीजों का चुनाव नहीं करते।

पर क्या आप जानते हैं कि आपकी रसोई में ही एक ऐसी चीज मौजूद है, जो इन सभी परेशानियों का एक सरल और असरदार समाधान है? जी हाँ, हम बात कर रहे हैं दही की। दही सिर्फ एक साधारण खाने की चीज नहीं, बल्कि व्रत के लिए एक सुपरफूड है।

क्यों है व्रत में दही खाना इतना फायदेमंद?

अक्सर लोग व्रत में दही खाने से बचते हैं, लेकिन असल में यह आपके लिए बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं इसके कुछ बड़े फायदे:

तुरंत मिलती है एनर्जी: व्रत के दौरान हमारा एनर्जी लेवल काफी कम हो जाता है। दही में प्रोटीन और कैल्शियम जैसे जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा देते हैं। इसे खाने के बाद आपको पेट भरा हुआ महसूस होता है और कमजोरी भी नहीं लगती।

पेट को रखता है एकदम दुरुस्त: खाली पेट रहने से अक्सर लोगों को गैस या एसिडिटी की शिकायत हो जाती है। दही एक प्रोबायोटिक है, यानी इसमें अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो हमारी पाचन क्रिया को सुधारते हैं। यह पेट में भारीपन नहीं होने देता और खाने को आसानी से पचाने में मदद करता है।

शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता: दही में पानी की अच्छी मात्रा होती है। व्रत में जब हम कम पानी पीते हैं, तो शरीर में डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। दही खाने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है और आपको ताजगी महसूस होती है।

इम्युनिटी को बनाता है मजबूत: दही में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया हमारी आंतों को स्वस्थ रखते हैं, जिसका सीधा असर हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्युनिटी पर पड़ता है। इससे व्रत के दौरान बीमार पड़ने का खतरा कम हो जाता है।

व्रत में दही को कैसे करें शामिल?

आप दही को कई तरह से अपनी व्रत की डाइट में शामिल कर सकते हैं:

सादा दही: आप सादे दही में थोड़ा सा सेंधा नमक और भुना जीरा डालकर खा सकते हैं।

मीठी लस्सी या छाछ: अगर आपको कमजोरी लग रही है, तो चीनी डालकर बनाई गई मीठी लस्सी तुरंत एनर्जी देगी। वहीं, छाछ पेट को ठंडा रखती है।

फलों का रायता: व्रत में खाए जाने वाले फल जैसे केला, सेब आदि को दही में मिलाकर खाएं। यह स्वाद और सेहत का बेहतरीन मेल है।

कुट्टू की पूरी या साबूदाने की खिचड़ी के साथ: दही को आप अपने व्रत वाले खाने के साथ भी ले सकते हैं, यह भोजन का स्वाद भी बढ़ाता है और उसे पचाने में भी मदद करता है।

तो अगली बार जब भी आप व्रत रखें, तो कमजोरी और थकान की चिंता छोड़ दें। बस अपने फलाहार में एक कटोरी दही को शामिल करें और देखें कि आप कैसे दिनभर तरोताजा और ऊर्जा से भरपूर महसूस करते हैं।