img

Up Kiran, Digital Desk: पूर्व क्रिकेटर और मशहूर कमेंटेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने भारत के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की तारीफों के पुल बांधते हुए उन्हें "फीनिक्स" जैसा बताया, जो अपनी राख से फिर से उठकर जीवन में नयापन लाता है। सिद्धू ने यह बयान तब दिया जब पंत अपनी चोट से उबरकर दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ बेंगलुरु में चल रहे अनऑफिशियल टेस्ट मैच में भारत ए की कप्तानी कर रहे थे।

पंत की कड़ी मेहनत और संघर्ष की दास्तान

पंत की यात्रा कई कठिनाइयों और चुनौतियों से भरी रही है। हाल ही में हुए भीषण कार दुर्घटना के बाद, जब कई लोग यह मानने लगे थे कि वह कभी अपने पैरों पर खड़े नहीं हो पाएंगे, तब पंत ने अपने संघर्ष और जज्बे से सबको हैरान कर दिया। वह अब मैदान पर लौटकर न केवल खेल रहे हैं, बल्कि भारतीय टीम के भविष्य के लिए एक प्रेरणा बन चुके हैं।

नवजोत सिद्धू का उत्साहवर्धन

नवजोत सिंह सिद्धू ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, "ऋषभ पंत वाकई में फीनिक्स की तरह हैं, जो अपने ही राख से फिर से जीवित हो जाते हैं। किसी ने यह नहीं सोचा था कि वह इतनी मुश्किल घड़ी से गुजरने के बाद एक दिन फिर से क्रिकेट मैदान पर लौट पाएंगे। उनकी बहादुरी और असाधारण उपलब्धियों को देखना अद्भुत है। जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाजी की और इंग्लैंड में हमें मैच जितवाए, तो वह उन क्षणों को याद किया जा सकता है।" सिद्धू ने कहा, "मैंने जितने भी क्रिकेटर देखे हैं, उनमें वह सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं। जब मैं उन्हें खेलते हुए देखता हूं, तो एक अद्भुत संतोष का अहसास होता है। पंत ने यह साबित किया है कि जिंदगी में कोई भी मुश्किल इतनी बड़ी नहीं होती कि उसे पार न किया जा सके।"

पंत का नेतृत्व और भविष्य

पंत फिलहाल एक गंभीर चोट से उबरने के बाद अपनी टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। इस साल के इंग्लैंड दौरे के दौरान एक तेज गेंदबाज की यॉर्कर पर रिवर्स स्वीप खेलते वक्त उनकी पैर की उंगली में फ्रैक्चर हो गया था, जिसके कारण वह एशिया कप, वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी नहीं जा सके थे। हालांकि, उनकी वापसी ने उन्हें एक मजबूत और प्रेरणादायक खिलाड़ी के रूप में उभारा है।

भारत ए और दक्षिण अफ्रीका ए के बीच चल रहे अनऑफिशियल टेस्ट मैच में पंत ने गुरुवार को टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। उनकी कप्तानी में भारत ए की टीम में साई सुदर्शन, आयुष म्हात्रे, देवदत्त पड्डीकल, रजत पाटीदार, आयुष बडोनी, तनुष कोटियन, अंशुल कंबोज, मानव सुधार, गुरनूर बरार और खलील अहमद जैसे युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी शामिल हैं।