img

भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह इस खेल के शीर्ष खिलाड़ियों में क्यों गिने जाते हैं। दक्षिण अफ्रीका के पोटचेफस्ट्रूम में आयोजित पॉट इनविटेशनल ट्रैक एंड फील्ड टूर्नामेंट में जीत दर्ज कर नीरज ने अपने 2025 सीजन की धमाकेदार शुरुआत की। इस जीत से उन्हें आगामी डायमंड लीग टूर्नामेंट के लिए अच्छी लय और आत्मविश्वास मिलेगा।

टॉप पोजीशन पर रहे नीरज चोपड़ा

वर्ल्ड एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर चैलेंजर श्रेणी के इस टूर्नामेंट में नीरज ने 84.52 मीटर का थ्रो करते हुए पहला स्थान हासिल किया। इस इवेंट में कुल छह खिलाड़ी शामिल थे। नीरज ने दक्षिण अफ्रीका के डौव स्मिट को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 82.44 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया।

हालांकि यह थ्रो नीरज के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 89.94 मीटर से कम था, लेकिन सीजन की शुरुआत के लिहाज से यह एक मजबूत प्रदर्शन रहा। वहीं, स्मिट अपने निजी सर्वश्रेष्ठ 83.29 मीटर के करीब पहुंच गए।

डंकन रॉबर्टसन तीसरे स्थान पर

इस टूर्नामेंट में केवल दो ही एथलीट 80 मीटर से ऊपर की दूरी तक भाला फेंक पाए—नीरज और स्मिट। दक्षिण अफ्रीका के ही डंकन रॉबर्टसन ने 71.22 मीटर थ्रो करते हुए तीसरा स्थान हासिल किया। यह दर्शाता है कि नीरज इस इवेंट में कितनी स्पष्ट बढ़त के साथ खेले।

नए कोच के साथ कर रहे हैं तैयारी

नीरज चोपड़ा इस वक्त चेक गणराज्य के जान जेलेजनी की निगरानी में ट्रेनिंग कर रहे हैं। जेलेजनी खुद तीन बार के ओलंपिक चैंपियन और वर्तमान में जैवलिन थ्रो में विश्व रिकॉर्ड होल्डर हैं। नीरज ने 2024 में अपने पुराने कोच क्लॉस बार्टोनिट्ज से अलग होने का फैसला लिया था और अब एक नए चैप्टर की शुरुआत कर चुके हैं।

दो ओलंपिक मेडल जीतने वाले इकलौते भारतीय जैवलिन खिलाड़ी

27 वर्षीय नीरज चोपड़ा ने भारत के एथलेटिक्स इतिहास में कई ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने:

2020 टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल

2024 पेरिस ओलंपिक में सिल्वर मेडल

जीतकर खुद को भारत के सबसे सफल जैवलिन थ्रोअर के रूप में स्थापित कर लिया है। वह भारत के इकलौते जैवलिन खिलाड़ी हैं जिन्होंने दो ओलंपिक मेडल अपने नाम किए हैं।

उनका पर्सनल बेस्ट थ्रो 89.94 मीटर रहा है, जो उन्होंने 2022 में हासिल किया था। वे अब 90 मीटर की दूरी पार करने की दिशा में लगातार मेहनत कर रहे हैं।

अगला पड़ाव: दोहा डायमंड लीग

नीरज चोपड़ा अब 16 मई को दोहा में होने वाली डायमंड लीग में हिस्सा लेंगे, जहां वह एक बार फिर दुनिया के टॉप एथलीट्स के साथ मुकाबला करेंगे। इस इवेंट को नीरज के लिए एक अहम परीक्षण माना जा रहा है क्योंकि यह उन्हें ओलंपिक के बाद बड़े अंतरराष्ट्रीय मंच पर परखने का मौका देगा।