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बिहार में राजनीतिक घटनाक्रम तेज हो गया है। जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार आज दोपहर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं। इसी के चलते लालू प्रसाद यादव ने बीजेपी के साथ सत्ता स्थापित करने से रोकने के लिए मिशन 16 शुरू कर दिया है और इसे नाकाम करने के लिए बीजेपी ने कांग्रेस के 10 विधायकों को तोड़ने की कोशिश शुरू कर दी है। संख्या बल को देखते हुए संभावना है कि नीतीश कुमार को सत्ता के लिए संघर्ष करना पड़ेगा।

नीतीश कुमार ने आज और कल के सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिये हैं। बिहार में सत्ता गठन के लिए 122 का बहुमत का आंकड़ा हासिल करना अहम है। इस संख्या को पार करने के लिए बीजेपी 10 कांग्रेस विधायकों के संपर्क में है। कहा जा रहा है कि ये 10 विधायक नीतीश कुमार के साथ सत्ता में भागीदारी कर सकते हैं।

जानें क्या मिशन 16

बिहार विधानसभा में बीजेपी के पास 78 सीटें हैं। जेडीयू के पास 45 विधायक हैं। जबकि एनडीए की सहयोगी पार्टी हम के पास 4 विधायक हैं। यह ताकत 127 थी। लालू ने जेडीयू के असंतुष्ट विधायकों को तोड़ना शुरू कर दिया है। ये संख्या 16 बताई जा रही है। इसी के चलते बीजेपी ने तैयारी की है कि अगर सरकार बनाने में दिक्कत आती है तो कांग्रेस के 19 में से 10 विधायक नीतीश कुमार को समर्थन दे सकते हैं।

पशुपति पारस, चिराग पासवान, उपेन्द्र कुशवाह और जीतन राम मांझी या उनके नेताओं को वरिष्ठ मंत्री पद दिये जाने की संभावना है। बीजेपी का अनुमान है कि अगर नीतीश और कुशवाहा साथ रहे तो आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बड़ा फायदा होगा।

 

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