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Up Kiran, Digital Desk: नॉर्थम्प्टनशायर ने वन-डे कप में अपनी पहली जीत दर्ज करते हुए दर्शाया कि टीम में अभी भी भारतीय स्पिनर युवेंद्र चहल का जादू बरकरार है। चहल की गेंदबाजी ने डर्हम की मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया, जिससे नॉर्थम्प्टनशायर ने बैंक्स होम्स रिवरसाइड मैदान पर 150 रन से शानदार जीत हासिल की।

इस मैच में नॉर्थम्प्टनशायर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 321 रन बनाए। टीम के कप्तान लुईस मैकमानस के नेतृत्व में जेम्स सेल्स ने अपनी पहली लिस्ट A सेंचुरी बनाकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। उनके साथ-साथ टीम के बल्लेबाज टिम रॉबिन्सन और जस्टिन ब्रॉड ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिन्होंने क्रमशः 63 और 59 रन बनाए।

लेकिन मैच की असली कहानी युवेंद्र चहल की गेंदबाजी रही। छह ओवर में तीन विकेट लेकर उन्होंने डर्हम के बल्लेबाजों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। उनकी लेग स्पिन गेंदबाजी की विविधता और बॉल की उड़ान ने विपक्षी बल्लेबाजों को बार-बार परेशान किया। खास बात यह थी कि चहल ने हर उस बल्लेबाज को निशाना बनाया जो टीम की वापसी की उम्मीद जगा सकता था।

डर्हम की टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और वे तीन विकेट जल्दी गंवा बैठे। कप्तान एलेक्स लीस सिर्फ पांच रन बना सके, वहीं उनके साथी एमिलियो गे बिना स्कोर बनाए आउट हो गए। कुछ उम्मीद दिखाने वाले डेविड बेडिंगहम ने 30 रन बनाए, लेकिन उनकी कोशिशें भी कामयाब नहीं हुईं। मध्यक्रम जल्दी टूटने की वजह से चहल ने अपने कौशल का पूरा फायदा उठाया।

चहल के अलावा, ल्यूक प्रॉक्टर और लियाम गुथ्री ने भी अच्छी गेंदबाजी करते हुए दो-दो विकेट हासिल किए। चहल अब तीन मैचों में कुल छह विकेट ले चुके हैं। हालांकि, वर्तमान में वे राष्ट्रीय टीम के तीनों प्रारूपों में जगह बनाने से दूर हैं, लेकिन इंग्लैंड में ऑफ-सीजन खेलकर अपनी प्रतिभा दिखाने का यह अच्छा मौका है। फिर भी, लगातार बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद भारतीय टीम में वापसी करना उनके लिए आसान नहीं होगा, खासकर एकदिवसीय मैचों में।

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