
Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा है कि उनकी सरकार ने पिछले कुछ सालों में 60 लाख से ज़्यादा युवाओं को सरकारी क्षेत्र में रोजगार दिया है. उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि आज प्रदेश में नौकरी पाने की पूरी प्रक्रिया इतनी पारदर्शी है कि इसमें भाई-भतीजावाद, जातिवाद या किसी भी तरह के भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं बची है.
यह बातें मुख्यमंत्री ने लखनऊ में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के लिए चुने गए 496 नए अधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए कहीं. इस मौके पर नियुक्ति पत्र पाकर युवाओं के चेहरे खिल उठे.
पहले 'पर्ची' चलती थी, अब 'पारदर्शिता' चलती है
अपने संबोधन में CM योगी ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा, "एक समय था जब उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरी के लिए एक ही परिवार और खानदान के लोग 'वसूली' पर निकल पड़ते थे. चाचा-भतीजा नौकरी बांटते थे. लेकिन आज, हमारी सरकार में किसी भी भर्ती प्रक्रिया में कोई सेंध नहीं लगा सकता."
उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से अब पूरी भर्ती प्रक्रिया निष्पक्ष हो गई है. राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) द्वारा विकसित ई-अधियाचन प्रणाली के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाता है कि केवल योग्य और प्रतिभाशाली युवाओं को ही नौकरी मिले.
नए अधिकारियों को दी ईमानदारी की सीख
मुख्यमंत्री ने नए चुने गए अधिकारियों को बधाई देते हुए उन्हें एक बड़ी ज़िम्मेदारी का एहसास भी दिलाया. उन्होंने कहा, "आपको यह नौकरी बिना किसी सिफारिश के, अपनी मेहनत और योग्यता के दम पर मिली है. अब आपकी ज़िम्मेदारी है कि आप पूरी ईमानदारी और मेहनत से उत्तर प्रदेश के विकास में अपना योगदान दें. आपका काम फाइलों को अटकाना नहीं, बल्कि उनका समय पर निस्तारण करना है."
उन्होंने उम्मीद जताई कि ये युवा अधिकारी अपनी नई ऊर्जा और सोच के साथ उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद और मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद भी मौजूद थे.
--Advertisement--