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Up Kiran, Digital Desk: भारत के ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों तक सांप के काटने का डर आम है। आंकड़े बताते हैं कि हर साल देश में लगभग 1.4 लाख लोगों की मौत केवल सांप के काटने से होती है। अब इस समस्या से राहत दिलाने के लिए भारतीय और अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं की एक टीम ने एक नई क्रांतिकारी दवा का दावा किया है जो घर बैठे भी जान बचा सकती है।
अब एंटीवेनम की जगह यूनिथिओल देगा राहत
अब तक भारत में एंटीवेनम इंजेक्शन ही एकमात्र उपाय माना जाता था मगर यह इलाज तापमान और समय पर निर्भर करता है जो ग्रामीण इलाकों में मुश्किल होता है। ई-बायोमेडिसिन नामक एक मेडिकल जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार वैज्ञानिकों ने पाया है कि यूनिथिओल (Unithiol) नाम की एक दवा सांप के ज़हर को बेअसर करने में सक्षम है।
यह दवा अब तक धातु विषाक्तता (metal toxicity) के इलाज में इस्तेमाल होती थी मगर अब इसे सांप के ज़हर के इलाज में भी प्रभावी माना जा रहा है।
कैसे काम करती है यूनिथिओल
शोधकर्ताओं के मुताबिक सांप के ज़हर में मेटालोप्रोटीन एंजाइम पाया जाता है जो शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। इस एंजाइम को सक्रिय होने के लिए जिंक की जरूरत होती है। यूनिथिओल जिंक को शरीर से हटाकर इस एंजाइम को निष्क्रिय कर देती है जिससे ज़हर शरीर में नहीं फैलता।
कैप्सूल या पानी के साथ ले सकते हैं दवा
यूनिथिओल की खास बात यह है कि इसे कैप्सूल या टैबलेट के रूप में भी लिया जा सकता है। इसे गर्म तापमान में भी स्टोर किया जा सकता है जिससे यह ग्रामीण क्षेत्रों में बेहद उपयोगी साबित हो सकती है।
केन्या में हुआ सफल प्रयोग
इस दवा का परीक्षण अफ्रीकी देश केन्या में किया गया जहां 64 लोगों को सांप के काटने के बाद यूनिथिओल दी गई। रिपोर्ट्स के अनुसार सभी मरीज स्वस्थ हो गए और किसी की मौत नहीं हुई। यह प्रयोग बताता है कि यह दवा कम और ज्यादा जहरीले दोनों प्रकार के सांपों के ज़हर पर असरदार है।
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