Rajya Sabha: पीएम मोदी ने आज अगले पांच साल के लिए अपनी सरकार का विजन पेश किया और विपक्ष पर सत्तारूढ़ गठबंधन के खिलाफ भ्रामक अभियान चलाने का इल्जाम लगाया। विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया, वहीं पीएम मोदी ने मणिपुर, रोजगार और सहकारी संघवाद जैसे अहम मुद्दों पर भी बात की। उन्होंने जांच एजेंसियों द्वारा जांच के मामले में दोहरे मापदंड अपनाने के लिए विपक्ष की भी आलोचना की।
मणिपुर मुद्दे पर मोदी
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान राज्यसभा में मणिपुर पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार मणिपुर में स्थिति को सामान्य बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। मोदी ने कहा, "11,000 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं और 500 से अधिक लोगों को अरेस्ट किया गया है। मणिपुर में हिंसा की घटनाएं लगातार कम हो रही हैं। आज राज्य में स्कूल, कॉलेज, कार्यालय और अन्य संस्थान खुले हैं। केंद्र और राज्य सरकारें शांति बहाल करने के लिए सभी हितधारकों से बात कर रही हैं। केंद्रीय गृह मंत्री कई हफ्तों तक वहां रहे।"
जांच एजेंसियों के दुरुपयोग पर प्रधानमंत्री मोदी
केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों पर विपक्षी नेताओं के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान ही सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को 'पिंजरे में बंद तोता' कहा था। पीएम मोदी ने कहा, "मैं बिना किसी हिचकिचाहट के कहना चाहूंगा कि मैंने भ्रष्टाचार और भ्रष्ट लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए एजेंसियों को खुली छूट दे दी है। सरकार कहीं भी हस्तक्षेप नहीं करेगी। उन्हें ईमानदारी के लिए ईमानदारी से काम करना चाहिए...मैं नागरिकों को बताना चाहूंगा कि कोई भी भ्रष्ट कानून से सुरक्षित नहीं रहेगा। यह मोदी की गारंटी है।"
बेरोजगारी पर मोदी
बेरोजगारी पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राज्यों के बीच रोजगार सृजन वाली नीतियों को अपनाने की प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि अगर कोई नीति एक राज्य के लिए कारगर है, तो दूसरे राज्यों को भी अपने लोगों के लिए रोजगार सृजन के लिए उसमें वांछित बदलाव करते हुए उसे अपनाना चाहिए।
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