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Up Kiran, Digital Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर आतंक के मुद्दे पर अपनी सरकार की 'जीरो टॉलरेंस' नीति को दुनिया के सामने रखा है. हरियाणा के कैथल में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने साफ और कड़े शब्दों में कहा कि अब वो पुराना भारत नहीं रहा जो आतंकी हमलों के बाद चुप बैठ जाता था. आज का भारत दुश्मनों को घर में घुसकर मुंहतोड़ जवाब देता है.

उन्होंने कहा, "पहले आतंकी हमले होते थे और तत्कालीन सरकारें दुनिया के सामने रोती थीं, शिकायतें करती थीं. आज भारत रोता नहीं है, आज भारत आतंकियों को चुन-चुन कर साफ करता है."

क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर: प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में एक नए और बेहद दिलचस्प शब्द का इस्तेमाल किया - "ऑपरेशन सिंदूर". उन्होंने कहा कि जब हमारी बहन-बेटियों का सिंदूर खतरे में पड़ता है, तो भारत चुप नहीं बैठता. उन्होंने इस 'ऑपरेशन सिंदूर' को देश के दुश्मनों के लिए एक कड़ी चेतावनी बताया.

हालांकि 'ऑपरेशन सिंदूर' किसी आधिकारिक सैन्य अभियान का नाम नहीं है, लेकिन PM मोदी ने इस शब्द का इस्तेमाल यह बताने के लिए किया कि उनकी सरकार महिलाओं के सम्मान और देश की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकती है. यह शब्द बालाकोट एयरस्ट्राइक और उरी सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाइयों की ओर इशारा करता है, जो देश के दुश्मनों को सबक सिखाने के लिए की गई थीं.

हम देते हैं मुंहतोड़ जवाब: PM मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा, "हमने दुनिया को दिखा दिया है कि भारत के पास आतंक से लड़ने की ताकत भी है और इरादा भी. चाहे वो एयर स्ट्राइक हो या सर्जिकल स्ट्राइक, हमने दुनिया को यह संदेश दिया है कि हम अपनी सीमाओं की रक्षा करना जानते हैं."

उन्होंने कहा कि आज देश की सीमाएं पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित हैं और सैनिकों को दुश्मनों को जवाब देने की पूरी आजादी दी गई है. उनका यह बयान उन लोगों के लिए एक कड़ा संदेश है जो भारत की सुरक्षा और संप्रभुता को चुनौती देने की कोशिश करते हैं. प्रधानमंत्री का यह आक्रामक रुख दिखाता है कि भारत अब आतंक के मुद्दे पर किसी भी तरह का समझौता करने को तैयार नहीं है.