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Up Kiran, Digital Desk: पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी की कार को लंदन में ब्रिटिश पुलिस द्वारा रोकने और उनकी गहन तलाशी लेने की घटना ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है। इस घटना ने पाकिस्तान की कूटनीतिक छवि पर सवाल खड़ा कर दिया है, खासकर उस समय जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की प्रतिष्ठा पहले ही डांवाडोल है।

जानकारी के मुताबिक, यह घटना तब हुई जब गृह मंत्री ब्रिटेन के विदेश कार्यालय में अधिकारियों से मुलाकात करने पहुंचे थे। हालांकि, यह साफ नहीं हो पाया है कि पुलिस द्वारा की गई यह कार्रवाई एक नियमित जाँच का हिस्सा थी या फिर इसके पीछे कोई और कारण था।

इस घटनाक्रम के बाद, पाकिस्तान और ब्रिटेन के अधिकारियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, जिससे स्थिति और भी रहस्यमयी बन गई है।

पाकिस्तान की गिरती अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा

पाकिस्तान की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय समस्याओं के बीच यह घटना एक और संकेत है कि देश की कूटनीतिक विश्वसनीयता में गिरावट आई है। पाकिस्तान का वैश्विक मंच पर प्रभाव पहले ही कमजोर हो चुका है और इस प्रकार की घटनाएं इसे और अधिक बदनाम करती हैं।

इससे पहले भी पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना का सामना करना पड़ा था, और अब शेख राशिद की कार पर हुई तलाशी की घटना ने इस आलोचना को और तीव्र कर दिया है।

नकवी और एशिया कप ट्रॉफी विवाद

पाकिस्तान के गृह मंत्री का विवाद केवल लंदन में पुलिस द्वारा कार रोकने तक ही सीमित नहीं रहा। इससे पहले पाकिस्तान के एसीसी (एशियाई क्रिकेट परिषद) अध्यक्ष, नसीम नकवी ने भारतीय क्रिकेट टीम के साथ एक अन्य विवाद को जन्म दिया था। नकवी ने एशिया कप ट्रॉफी को भारतीय टीम को सौंपने से मना कर दिया था, जिससे पाकिस्तान और भारत के बीच एक नया विवाद खड़ा हो गया था।

नकवी ने साफ कहा था कि भारतीय टीम अगर ट्रॉफी चाहती है तो वे एसीसी के दफ्तर आकर इसे ले सकते हैं। इसके बावजूद उन्होंने बीसीसीआई से माफी मांगने की खबरों को भी खारिज किया और कहा कि उन्होंने कभी माफी नहीं मांगी और न ही कभी मांगेंगे।