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Up Kiran, Digital Desk: हम अक्सर सोचते हैं कि हार्ट अटैक और स्ट्रोक अचानक आते हैं – जैसे किसी को कुछ हुआ और वो गिर पड़ा। लेकिन नई रिसर्च ने इस सोच को गलत साबित कर दिया है। ‘द लैंसेट’ में प्रकाशित एक अंतरराष्ट्रीय स्टडी में सामने आया है कि लगभग 99% मामलों में चार कारण ही जिम्मेदार होते हैं – और ये चारों को रोका जा सकता है।

इन चार मुख्य जोखिम कारकों में शामिल हैं:

उच्च रक्तचाप (High BP)

उच्च कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol)

उच्च रक्त शर्करा (High Blood Sugar)

धूम्रपान (Smoking)

इनके बारे में गुरुग्राम स्थित पारस हॉस्पिटल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. विकास गोयल ने विस्तार से बताया। उनका कहना है, “ये सभी कारक धीरे-धीरे शरीर में असर डालते हैं, और जब तक लोग इन्हें समझते हैं, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।”

1. हाई ब्लड प्रेशर: साइलेंट किलर

हाई बीपी बिना किसी चेतावनी के हृदय पर दबाव बनाता है। डॉ. गोयल बताते हैं, “कई लोग फिट महसूस करते हैं, लेकिन अंदरूनी रूप से उनकी धमनियाँ दबाव झेल रही होती हैं।” अगर इसे नजरअंदाज किया गया, तो यह दिल का दौरा, स्ट्रोक या किडनी फेलियर तक का कारण बन सकता है।

सलाह: हर 6 महीने में ब्लड प्रेशर जांचें। 120/80 mmHg के नीचे रखें।

2. कोलेस्ट्रॉल: बंद धमनियों का मुख्य कारण

LDL यानी "खराब कोलेस्ट्रॉल" धमनियों में जमा हो जाता है और ब्लड फ्लो को रोकता है। समय के साथ ये जमाव टूटकर ब्लॉकेज या थक्का बन सकता है, जिससे अचानक हार्ट अटैक हो सकता है।

सलाह: फास्ट फूड और रेड मीट से दूरी बनाएं। हेल्दी फैट्स जैसे नट्स, मछली और ओलिव ऑयल को अपनाएं।

3. शुगर लेवल: मीठा ज़हर

थोड़ी-सी बढ़ी हुई ब्लड शुगर भी रक्त वाहिकाओं को धीरे-धीरे खराब करती है। डॉ. गोयल कहते हैं, “डायबिटीज से धमनियाँ सख्त और संकरी हो जाती हैं, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।”

सलाह: अगर परिवार में डायबिटीज का इतिहास है, तो नियमित जांच ज़रूरी है।

4. स्मोकिंग: दिल के लिए ज़हर

सिगरेट पीने से धमनियों को सीधा नुकसान होता है। रक्त में ऑक्सीजन कम हो जाती है और ब्लड प्रेशर बढ़ता है। डॉ. गोयल स्पष्ट कहते हैं, “दिन में एक सिगरेट भी रिस्क बढ़ा सकती है।”

सलाह: स्मोकिंग छोड़ने से सिर्फ हफ्तों में सुधार दिखता है – बेहतर साँस, बेहतर दिल।