पाकिस्तान में महंगाई सरकार के नियंत्रण से बाहर है। वहां के आम लोगों के लिए अनाज खरीदना भी मुश्किल हो रहा है। दूसरी तरफ देश में बेरोजगारी निरंतर बढ़ रही है।
रोजाना हजारों पाकिस्तानी युवाओं को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ रहा है। ऐसे हालात पैदा हो गए हैं, जहां इस साल लाखों पाकिस्तानी नौजवानों की नौकरी चली जाएगी। पाकिस्तान के एक मशहूर अखबार डॉन ने हाल ही में एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। इस रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में 2023 में कुल बेरोजगारों की संख्या करीब 62.5 लाख है। यह देश के कुल वर्कफोर्स का 8.5 फीसदी है।
जल्द ही पाकिस्तान सरकार छोटा बजट पेश करेगी। अगर इस बजट में आईएमएफ की सिफारिशों को मान लिया जाता है तो यह बजट पाकिस्तान के नागरिकों को बड़ा झटका देगा. क्योंकि अगर बजट में आईएमएफ की सिफारिशें मान ली जाती हैं तो गैस, बिजली, पेट्रोलियम समेत कई जिंसों के दाम बढ़ जाएंगे. साथ ही इससे पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार भी कम होगा। 13 जनवरी तक पाकिस्तान के पास केवल 4.6 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार था।
हिंदुस्तान के सामने बड़ा संकट
पाकिस्तान में कई आतंकी संगठन सक्रिय हैं। ये आतंकी संगठन हिंदुस्तान के विरूद्ध साजिश रचने और हमला करने के लिए बेरोजगार युवाओं की तलाश कर रहे हैं। बेरोजगार युवाओं को थोड़े से पैसों का लालच देकर ये युवा आसानी से आतंकवाद की राह पर चल पड़ते हैं। कई युवा अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए आतंकवाद का रास्ता अपना सकते हैं। यह हिंदुस्तान के लिए सबसे बड़ा खतरा है। 2023 में पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति में सुधार होता नहीं दिख रहा है। लिहाजा यह साल भी 2024 पाकिस्तान के लिए उसकी अर्थव्यवस्था के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा। पाकिस्तान में पिछले कुछ महीनों से रिफाइनरी, कपड़ा, लोहा, ऑटोमोबाइल और उर्वरक से जुड़े उत्पाद बंद होने के कगार पर हैं।
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