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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय डाक विभाग ने अपने ग्राहकों के लिए एक नई और अत्याधुनिक व्यवस्था लागू करने की घोषणा की है, जिसके तहत अब डिलीवरी सेवाओं में मोबाइल ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) का उपयोग किया जाएगा। यह कदम पहले रेलवे विभाग द्वारा ऑनलाइन टिकट रिजर्वेशन में ओटीपी व्यवस्था के लागू होने के बाद अब डाक विभाग द्वारा उठाया जा रहा है।
कैसे काम करेगा नया सिस्टम?
इस नई व्यवस्था के तहत, रजिस्ट्री, स्पीड पोस्ट और पार्सल जैसी सेवाओं के लिए ग्राहक को एक ओटीपी मिलेगा, जो मोबाइल पर भेजा जाएगा। जब पोस्टमैन डाक लेकर आपके घर पहुंचेगा, तो आपको उस ओटीपी को बताना होगा, तभी वह डाक आपको सौंपी जाएगी। इससे पहले डिलीवरी सिर्फ ग्राहक के हस्ताक्षर पर आधारित होती थी, लेकिन इस प्रक्रिया में अक्सर शिकायतें आती थीं। अब ओटीपी के जरिए डिलीवरी की प्रक्रिया को और अधिक सुरक्षित बनाया जाएगा।
साइबर सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम
इस नई व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य जालसाजी और धोखाधड़ी को रोकना है। अधिकारियों का कहना है कि साइबर अपराधी इस नए सिस्टम का गलत उपयोग करने की कोशिश कर सकते हैं, इसलिए ग्राहकों को सलाह दी जा रही है कि वे केवल डाकिया के सामने ओटीपी साझा करें। किसी भी अज्ञात कॉल या लिंक पर ओटीपी शेयर करना सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक हो सकता है।
नई व्यवस्था से बढ़ेगी सुविधा और सुरक्षा
इस नई प्रणाली में न केवल सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि ग्राहकों को अधिक सुविधा भी मिलेगी। अब, क्यूआर कोड स्कैन करके डिजिटल भुगतान की सुविधा भी शुरू की जाएगी, जिससे नकद भुगतान की आवश्यकता नहीं होगी। यह सेवा सितंबर महीने से पूरी तरह लागू होने की संभावना है।
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