रेलवे द्वारा शुरू की गई वंदे भारत ट्रेनों को यात्रियों का अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। लेकिन अब एक बड़ी बात सामने आई है. रेल मंत्रालय वंदे भारत रेलगाड़ियों की कमाई का अलग से रिकॉर्ड नहीं रखता है. इस संबंध में जानकारी आरटीआई (सूचना के अधिकार ) कानून के तहत दायर आवेदन के जवाब से सामने आई है।
मध्य प्रदेश के रहने वाले चन्द्रशेखर गौड़ ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी कि बीते 2 सालों में वंदे भारत ट्रेनों से रेल मंत्रालय को कितना राजस्व प्राप्त हुआ और उनके संचालन से कोई लाभ या हानि हुई या नहीं।
रेल मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि रेल खातों में राजस्व रिकॉर्ड नहीं रखा जाता। रेल मंत्रालय वंदे भारत ट्रेन से आमदनी का अलग रिकॉर्ड नहीं रखता है।
अफसरों ने सोमवार को सूचना दी कि वंदे भारत ट्रेन से अब तक दो करोड़ से ज्यादा लोग यात्रा कर चुके हैं. अफसरों ने ये भी बताया कि वंदे भारत ट्रेन वित्त वर्ष 2023-24 में 310 बार पृथ्वी का चक्कर लगाने के बराबर दूरी तय कर चुकी है।
आपको बता दें कि देश की पहली सेमी-हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत को 15 फरवरी 2019 को नई दिल्ली और वाराणसी के बीच हरी झंडी दिखाई गई। आज 24 प्रदेशों और केंद्र शासित राज्यों के 284 जिलों से होकर 100 मार्गों पर 102 वंदे भारत ट्रेनें चलती हैं।
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