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Up Kiran, Digital Desk: दिल से जुड़ी समस्याएं अब हर उम्र और हर वर्ग के लोगों में आम हो गई हैं। समय के साथ बढ़ते जीवनशैली के बदलाव, तनाव और अस्वस्थ आहार के कारण दिल की बीमारियों का खतरा और भी अधिक बढ़ गया है। कई बार यह समस्याएँ हमारे रोजमर्रा के जीवन में अनजाने रूप से बढ़ती जाती हैं, क्योंकि हम अपनी दवाइयों के प्रभाव को नजरअंदाज कर देते हैं।

कई सामान्य दवाइयाँ दिल को कर सकती हैं नुकसान

हम सब जानते हैं कि दिल का स्वास्थ्य सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ दवाइयाँ जो हम सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए लेते हैं, वो हमारे दिल की सेहत को चुपचाप नुकसान पहुंचा सकती हैं? यह बात हाल ही में रूस के प्रमुख कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. दिमित्री यारानोव ने साझा की है। उनका कहना है कि कुछ ऐसी दवाइयाँ हैं जो दिल के लिए बेहद हानिकारक हो सकती हैं, और अगर इनका सेवन लगातार किया जाए तो दिल की बीमारियाँ पैदा हो सकती हैं।

आइए जानते हैं उन 5 दवाइयों के बारे में, जिनसे दिल पर बुरा असर पड़ सकता है:

1. NSAIDs: दर्द निवारक दवाइयाँ

आपने अक्सर इबुप्रोफेन या नेप्रोक्सेन जैसी ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक दवाइयाँ ली होंगी। हालांकि ये दवाइयाँ दर्द को राहत देती हैं, लेकिन डॉ. यारानोव के मुताबिक इनका नियमित सेवन ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है और शरीर में पानी जमा होने की समस्या पैदा कर सकता है। अगर इनका अधिक समय तक सेवन किया जाए तो यह दिल की विफलता का कारण भी बन सकता है।

2. कीमोथेरेपी दवाइयाँ

हालाँकि कीमोथेरेपी दवाइयाँ जैसे डॉक्सोरूबिसिन और ट्रास्टुजुमाब कैंसर का इलाज करती हैं, लेकिन इनका दिल पर प्रतिकूल असर भी हो सकता है। डॉ. यारानोव के अनुसार, इन दवाइयों का सेवन करने से दिल की मांसपेशियाँ कमजोर हो सकती हैं और दिल की धड़कन रुकने तक की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इस कारण, इन दवाइयों का सेवन करते वक्त खास निगरानी की आवश्यकता होती है।

3. स्टिमुलेंट्स: हार्ट रेट बढ़ाने वाली दवाइयाँ

एम्फेटामिन्स और ADHD के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयाँ हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकती हैं। इन दवाइयों के सेवन से दिल की धड़कन असामान्य हो सकती है और दिल का दौरा भी पड़ सकता है। ऐसे में इन दवाइयों का उपयोग केवल डॉक्टर के निर्देश पर ही किया जाना चाहिए।

4. डायबिटीज की दवाइयाँ

ब्लड शुगर को नियंत्रित करने वाली कुछ पुरानी दवाइयाँ, जैसे रोजिग्लिटाजोन, दिल की विफलता के जोखिम को बढ़ा सकती हैं। हालांकि, डॉ. यारानोव ने बताया कि नई दवाइयाँ इनकी तुलना में ज्यादा सुरक्षित हैं और दिल पर कम प्रभाव डालती हैं।

5. डीकोन्जेस्टेंट्स: सर्दी-जुकाम की दवाइयाँ

सर्दी-जुकाम के इलाज के लिए ली जाने वाली डीकोन्जेस्टेंट्स जैसे स्यूडोएफेड्रिन भी दिल पर असर डाल सकती हैं। इन दवाइयों का सेवन ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है और खासकर जिनका दिल पहले से कमजोर है, उनमें यह दवाइयाँ अरिथमिया (दिल की अनियमित धड़कन) का कारण बन सकती हैं।