
Up Kiran, Digital Desk: कर्नाटक के छात्रों के लिए एक बड़ी खबर है! राज्य सरकार ने SSLC (10वीं कक्षा) और PUC (12वीं कक्षा) की बोर्ड परीक्षाओं में पास होने के लिए आवश्यक न्यूनतम अंकों को घटाकर 33 प्रतिशत कर दिया है। यह एक महत्वपूर्ण बदलाव है, क्योंकि पहले यह सीमा 35 प्रतिशत थी, जो पिछले 40 सालों से लागू थी।
प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने इस फैसले की घोषणा करते हुए बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को परीक्षा पास करने में मदद करना, शिक्षा बीच में छोड़ने वाले (ड्रॉपआउट) छात्रों की संख्या को कम करना और राज्य के कुल पास प्रतिशत में सुधार लाना है। सरकार का मानना है कि इस बदलाव से उन छात्रों को भी फायदा मिलेगा जो कुछ अंकों से पास होने से रह जाते थे, जिससे उन्हें अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखने का अवसर मिलेगा।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह नया नियम SSLC की सभी विषयों की थ्योरी परीक्षाओं पर लागू होगा। वहीं, PUC के लिए, यह भाषाओं को छोड़कर सभी मुख्य विषयों (कोर सब्जेक्ट्स) की थ्योरी परीक्षाओं पर लागू होगा। आंतरिक मूल्यांकन या प्रैक्टिकल परीक्षाओं के अंक इसमें शामिल नहीं हैं।
इस महत्वपूर्ण निर्णय को लागू करने से पहले, सरकार ने जनता, शिक्षकों, अभिभावकों और स्वयं छात्रों से भी इस बारे में सुझाव मांगे हैं। यह दर्शाता है कि सरकार एक समावेशी और जन-केंद्रित तरीके से शिक्षा सुधारों को लागू करना चाहती है। उम्मीद है कि यह कदम कर्नाटक में शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाएगा और अधिक छात्रों को सफल होने का मौका देगा।
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