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Up Kiran , Digital Desk: पिछले कुछ महीनों में लाखों श्रद्धालुओं के आने के कारण अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में भारी सुरक्षा तैनात की गई है। विशेषकर महाकुंभ मेले के दौरान मंदिर क्षेत्र में निजी सुरक्षा एजेंसी एसआईएस के माध्यम से लगभग 450 सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए थे। हालांकि अब जब भीड़ कम हो गई है तो मंदिर प्रशासन और सुरक्षा बलों ने इस व्यवस्था में बदलाव करना शुरू कर दिया है।
विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार एसआईएस ने 250 पुरुष एवं महिला सुरक्षाकर्मियों की छंटनी कर दी है तथा उनके प्रवेश पास भी रद्द कर दिए गए हैं। उल्लेखनीय बात यह है कि इसमें महिला सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं जो मंदिर क्षेत्र में अत्यंत संवेदनशील जिम्मेदारियां संभालती हैं।
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हालांकि इसके पीछे आंशिक रूप से कारण अत्यधिक भीड़ और आय में गिरावट है मगर कुछ कर्मचारियों के खिलाफ कदाचार अनुशासनात्मक कार्रवाई और दर्शन/आरती पास के नाम पर अनधिकृत वसूली के गंभीर आरोप भी लगे हैं। इससे मंदिर की सुरक्षा की विश्वसनीयता पर सवाल उठे हैं और कुछ लोगों ने यह भावना व्यक्त की है कि राम जन्मभूमि की छवि धूमिल हुई है।
मंदिर ट्रस्ट इसमें शामिल नहीं है
हालाँकि मंदिर प्रशासन इस पूरे घटनाक्रम के बारे में बात करने से कतरा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि यह नियुक्ति और सेवा समाप्ति एजेंसी और संबंधित संस्थाओं के बीच का आंतरिक मामला है और मंदिर ट्रस्ट इसमें सीधे तौर पर शामिल नहीं है।
वर्तमान में राम मंदिर क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को पुनर्संतुलित किया जा रहा है तथा शेष सुरक्षाकर्मियों पर अधिक जिम्मेदारी आ गई है। हालाँकि जिन परिवारों की आजीविका इन नौकरियों पर निर्भर थी उनके लिए यह अचानक कटौती एक बड़ा वित्तीय झटका है।
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