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Up Kiran, Digital Desk: त्योहारों का मौसम जितना मज़ेदार होता उतना ही हमारे पेट के लिए सज़ा वाला भी होता है। दिवाली की मिठाइयां, भाई दूज के पकवान और दोस्तों के घर की दावतें... इन सबके बाद जब हम अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में लौटते है तो पेट अक्सर बगावत पर उतर आता है। गैस, ब्लोटिंग (पेट फूलना), और अजीब सी बेचैनी - यह सब इस बात का सिग्नल कि अब आपके पेट को एक छोटे से रिसेट की ज़रूरत है।

घबराइए नहीं, इसके लिए आपको कोई कड़वी दवा या उबाऊ डाइट की ज़रूरत नहीं  बस आपको अपने पेट में रहने वाले अच्छे दोस्तों यानी प्रोबायोटिक्स (Probiotics) से दोबारा दोस्ती करनी पड़ेगी।

कौन ये प्रोबायोटिक्स और ये करते क्या हैं?

बहुत ही आसान भाषा में समझिए। हमारे पेट (आंतों) में करोड़ों बैक्टीरिया होते कुछ अच्छे (दोस्त) और कुछ बुरे (दुश्मन)। जब हम त्योहारों में बहुत ज़्यादा तला-भुना और मीठा खाते हैं, तो इन 'दुश्मनों' की ताक़त बढ़ जाती जिससे हमारा पाचन तंत्र गड़बड़ा जाता है।

प्रोबायोटिक्स वही अच्छे दोस्त वाले बैक्टीरिया हैं, जो इन दुश्मनों' से लड़कर हमारे पेट में फिर से शांति और संतुलन क़ायम करते हैं।

कैसे करें पेट का पोस्ट-फेस्टिवल रिसेट ? ये 5 टिप्स अपनाएं:

तो बस, इन छोटी-छोटी आदतों को अपनाइए और देखिए, कैसे आपका पेट कुछ ही दिनों में आपको धन्यवाद कहता और आप पहले से भी ज़्यादा हल्का और एनर्जेटिक महसूस करने लगते हैं!