
जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में एक भीषण आतंकी हमला हुआ है, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई। इस हमले के बाद देशभर में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया गया है। खासकर उत्तर प्रदेश, दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे गंभीर और घातक हमला माना जा रहा है।
पर्यटन स्थलों और धार्मिक केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा
हमले के बाद देश के प्रमुख पर्यटन केंद्रों और सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उत्तर प्रदेश पुलिस को धार्मिक स्थलों पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। वाराणसी, मथुरा और अयोध्या जैसे स्थानों पर निगरानी और चेकिंग बढ़ा दी गई है। पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों और जिलाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने और निगरानी बढ़ाने का आदेश दिया है।
दिल्ली, मुंबई, जयपुर और अमृतसर भी अलर्ट पर
दिल्ली पुलिस को भी सभी प्रमुख पर्यटक स्थलों, मॉल, सार्वजनिक स्थलों और संवेदनशील इलाकों में सतर्कता बढ़ाने को कहा गया है। मुंबई में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और पुलिस ने रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में चेकिंग शुरू कर दी है। इसी प्रकार जयपुर और अमृतसर में भी पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है और अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है।
जम्मू में विरोध प्रदर्शन और सुरक्षा कड़ी
इस हमले की निंदा करते हुए कई संगठनों ने विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है, जिसकी वजह से जम्मू में भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
पहलगाम में टूरिस्टों को बनाया गया निशाना
इस हमले की सबसे दर्दनाक बात यह है कि आतंकियों ने टूरिस्टों को निशाना बनाया। मारे गए लोगों में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बंगाल, कर्नाटक, बिहार, मध्य प्रदेश और हरियाणा के लोग शामिल हैं। चश्मदीदों के मुताबिक, आतंकियों ने नाम पूछ-पूछकर लोगों को गोली मारी, जिससे साफ है कि हमला पूर्व नियोजित और टारगेटेड था।
देहरादून में भी अलर्ट, चेकिंग अभियान शुरू
पहलगाम हमले के बाद उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर पूरे जिले में सघन चेकिंग अभियान शुरू किया गया है। जिले की सीमाओं, मुख्य सड़कों और बाजारों में हर वाहन और व्यक्ति की गहन जांच की जा रही है। विकासनगर और ऋषिकेश जैसे क्षेत्रों में भी पुलिस अधिकारी स्वयं चेकिंग अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
यह घटना न केवल घाटी बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है कि आतंकवाद के खतरे को हल्के में नहीं लिया जा सकता। इसके खिलाफ एकजुट होकर और चौकसी के साथ ही इसका सामना किया जा सकता है।