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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए भीषण आतंकी हमले, जिसमें कई निर्दोष पर्यटकों की जान गई, ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस घटना के बाद बिहार पुलिस भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गई है। राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों – राजगीर, नालंदा, पावापुरी और अन्य क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है।

बैठक के बाद तेज़ एक्शन: हर पर्यटक स्थल पर नजर

पहलगाम हमले की खबर सामने आते ही बिहार पुलिस मुख्यालय में आपात बैठक बुलाई गई। इस बैठक में राज्य के विभिन्न जिलों के पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया और एक सामूहिक रणनीति के तहत पर्यटन स्थलों की सुरक्षा के लिए कई अहम निर्णय लिए गए। अब इन फैसलों को जमीनी स्तर पर लागू किया जा रहा है।

राजगीर और नालंदा के ऐतिहासिक स्थलों पर सख्ती

राजगीर डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने जानकारी दी कि, "राजगीर, नालंदा, पावापुरी जैसे पौराणिक और ऐतिहासिक स्थलों पर भले ही अतीत में कभी आतंकी हमला नहीं हुआ हो, लेकिन संवेदनशीलता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।"

डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने कहा कि हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना ही हमारी प्राथमिकता है।

इन स्थलों पर अब अतिरिक्त फोर्स, सीसीटीवी निगरानी और डॉग स्क्वायड की सहायता से हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।

नेचर सफारी से लेकर वल्चर पीक तक चाक-चौबंद निगरानी

राजगीर के रोपवे, जू-सफारी और नेचर-सफारी जैसे लोकप्रिय पर्यटन केंद्रों पर सुरक्षा घेरा मजबूत कर दिया गया है। खासकर पंच पहाड़ियों, विश्व शांति स्तूप, अशोक स्तंभ, वेणुवन और वल्चर पीक जैसे बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों पर पुलिस की तैनाती बढ़ाई गई है।

यहां दिन में कई बार पैदल और मोबाइल गश्त कराई जा रही है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्तियों को तत्काल पकड़ा जा सके।