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Up Kiran, Digital Desk: एक ऐसी हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहाँ एक शख्स पिछले 14 सालों से अपने सिर में फंसी एक गोली के साथ जी रहा था। उसकी जिंदगी मुश्किलों भरी थी और वह धीरे-धीरे अपनी एक आंख की रोशनी भी खो रहा था। लेकिन भारत के बेंगलुरु शहर के डॉक्टरों ने एक जटिल सर्जरी कर उसे इस दर्द से मुक्ति दिलाई और उसे एक नई जिंदगी का तोहफा दिया है।

यह मामला यमन के एक शख्स का है। बचपन में, एक दुर्घटना के दौरान, एक गोली उसकी बाईं आंख से घुसकर दाहिनी आंख के ठीक पीछे, उसकी खोपड़ी में जा फंसी। यह गोली इतनी गहराई में थी कि समय के साथ उसकी दाहिनी आंख की रोशनी कम होती चली गई, और उसे देखने में काफी परेशानी होने लगी। 14 सालों तक वह इसी हालत में रहा।

लंबे समय तक इस समस्या से जूझने के बाद, आखिरकार उसने भारत का रुख किया। बेंगलुरु के एस्टर सीएमआई अस्पताल (Aster CMI Hospital) के डॉक्टरों ने उसकी इस गंभीर स्थिति को चुनौती के तौर पर लिया। अस्पताल के न्यूरोसर्जन डॉ. दिलीप कुमार सी और नेत्र विशेषज्ञ डॉ. श्रीमति विजयन की टीम ने एक जटिल और बेहद नाजुक ऑपरेशन की योजना बनाई।

करीब 3 घंटे तक चले इस ऑपरेशन में डॉक्टरों ने बड़ी सावधानी से उस गोली को बिना किसी और नुकसान के बाहर निकाल लिया। ऑपरेशन सफल रहा और मरीज अब तेजी से ठीक हो रहा है। सबसे अच्छी बात यह है कि उसकी दाहिनी आंख की रोशनी भी धीरे-धीरे वापस आ रही है।

 यह वाकई डॉक्टरों की कुशलता और मरीज की हिम्मत का एक बेहतरीन उदाहरण है, जिसने उसे एक नई और रोशनी भरी जिंदगी दी है।

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