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Up Kiran, Digital Desk: साइक्लोन मोंथा के असर से चित्तूर जिले के कई इलाकों में जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. खास तौर पर नगरी, विजयापुरम और निंद्रा जैसे क्षेत्रों में इतनी भारी बारिश हुई है कि हालात चिंताजनक बने हुए हैं. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि यह सिलसिला बुधवार दोपहर तक जारी रह सकता है, इसलिए लोगों से खास सावधानी बरतने की अपील की गई है.

अधिकारी जमीन पर उतरे, लोगों को घरों में रहने की सलाह

हालात की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने जिले के लिए विशेष अधिकारी पीएस गिरीशा को नियुक्त किया है. उन्होंने मंगलवार को खुद प्रभावित इलाकों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया. नगरी नगर पालिका क्षेत्र में कीलापट्टू पुल का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बिना किसी ज़रूरी काम के घरों से बाहर न निकलें, क्योंकि लगातार हो रही बारिश से कभी भी कोई हादसा हो सकता है.

उन्होंने बताया कि इन इलाकों में 15 से 20 मिमी तक बारिश दर्ज की गई है, जो काफी ज़्यादा है. प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है और किसी भी तरह के नुकसान को रोकने के लिए राहत और बचाव के काम शुरू कर दिए गए हैं.

तालाब और जलाशय लबालब, हर घंटे रखी जा रही है नज़र

इस मूसलाधार बारिश की वजह से जिले के करीब 50 छोटे-बड़े तालाबों में पानी का स्तर खतरनाक ढंग से बढ़ गया है. सिंचाई विभाग की टीमें तुरंत हरकत में आई हैं और 10 तालाबों में मरम्मत का काम भी शुरू कर दिया है. बाकी तालाबों पर भी बारिश रुकते ही काम शुरू कर दिया जाएगा.

जिन पुलियाओं और रास्तों पर पानी का बहाव बहुत तेज़ है, वहां बैरिकेड लगाकर उन्हें बंद कर दिया गया है. अधिकारी हर छह घंटे में स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और इसकी पूरी जानकारी राज्य सरकार को भेजी जा रही है, ताकि ज़रूरत पड़ने पर तुरंत मदद पहुंचाई जा सके. अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि जलाशयों में जमा हो रहे पानी को बर्बाद न होने दिया जाए और उसका सही तरीके से प्रबंधन किया जाए.