
Up Kiran, Digital Desk: मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (MRPL) में आज एक दर्दनाक हादसा हो गया, जहाँ एक तेल टैंक की छत पर काम कर रहे दो अनुबंध कर्मचारियों (contractual workers) की मौत हो गई। इस घटना ने औद्योगिक सुरक्षा प्रोटोकॉल और श्रमिक कल्याण पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, यह घटना आज सुबह MRPL परिसर में तब हुई जब दो श्रमिक, जिनकी पहचान अभी नहीं हो पाई है, एक तेल टैंक की छत पर पेंटिंग का काम कर रहे थे। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, वे अचानक जहरीली गैस (हाइड्रोजन सल्फाइड) या ऑक्सीजन की कमी के कारण बेहोश हो गए। एक श्रमिक संतुलन खोकर टैंक के अंदर गिर गया, जबकि दूसरे को मौके पर मौजूद अन्य श्रमिकों और अग्निशमन दल ने बाहर निकाला।
दोनों श्रमिकों को तुरंत MRPL के मेडिकल सेंटर ले जाया गया, जहाँ से उन्हें आगे के इलाज के लिए एनेका मेडिकल सेंटर (Aneka Medical Centre) में स्थानांतरित कर दिया गया। दुर्भाग्यवश, वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं। मंगलुरु पुलिस ने इस मामले में 'अस्वाभाविक मौत' (unnatural death report - UDR) का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि यह हादसा लापरवाही के कारण हुआ या कोई अन्य वजह थी।
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए स्थानीय विधायक और अन्य नेताओं ने MRPL और संबंधित ठेकेदार पर सुरक्षा प्रोटोकॉल में चूक का आरोप लगाया है। उन्होंने मृतक श्रमिकों के परिवारों के लिए पर्याप्त मुआवजे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त सुरक्षा उपायों की मांग की है।
MRPL प्रबंधन ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है और कहा है कि वे मामले की आंतरिक जांच कर रहे हैं। कंपनी ने यह भी आश्वासन दिया है कि वे जांच अधिकारियों के साथ पूर्ण सहयोग करेंगे और भविष्य में ऐसी किसी भी त्रासदी से बचने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे। इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक स्थलों पर काम करने वाले श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
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