
Up Kiran, Digital Desk: क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ी और ऐतिहासिक खबर सामने आई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह ने घोषणा की है कि भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज को अब एक नया नाम दिया जाएगा: एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी (Anderson-Tendulkar Trophy)। यह फैसला दोनों देशों के दो महान क्रिकेट दिग्गजों, इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन और भारत के बल्लेबाजी मास्टर सचिन तेंदुलकर को सम्मान देने के लिए लिया गया है।
क्रिकेट के दो लीजेंड्स को सलाम
जय शाह ने अपने बयान में कहा कि यह देखना "शानदार" है कि क्रिकेट के दो "लीजेंड्स" को इस तरह सम्मानित किया जा रहा है।
जेम्स एंडरसन (James Anderson): इंग्लैंड के महान तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं। वह अपनी सटीक लाइन-लेंथ, स्विंग और लंबे करियर के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी, जिसके बाद उन्हें यह सम्मान दिया जा रहा है।
सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar): भारतीय क्रिकेट के 'गॉड ऑफ क्रिकेट' कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 15,921 रन और 51 शतक दर्ज हैं, जो एक विश्व रिकॉर्ड है।
इन दोनों खिलाड़ियों ने अपने-अपने देशों के लिए असाधारण प्रदर्शन किया है और क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
क्यों है यह फैसला खास?
अटूट प्रतिद्वंद्विता का सम्मान: भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज क्रिकेट की सबसे पुरानी और तीव्र प्रतिद्वंद्विताओं में से एक है। इस सीरीज को दो महान खिलाड़ियों के नाम पर रखना, इस प्रतिद्वंद्विता की गरिमा और इतिहास को और बढ़ाएगा।
खिलाड़ियों को प्रेरणा: यह युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनेगा कि वे अपने देश के लिए लंबे समय तक उत्कृष्ट प्रदर्शन करें।
दोनों देशों के संबंध: यह दोनों देशों के क्रिकेट बोर्डों के बीच मजबूत संबंधों को भी दर्शाता है।
इससे पहले भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी और इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज को एशेज के नाम से जाना जाता है। अब एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के नाम से यह सीरीज और भी खास हो जाएगी, और क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ेगा।
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