Up Kiran, Digital Desk: 22 जून 2025 की शाम के 6 बजे थे और पुलिस दिल्ली के पास गाजियाबाद में रूटीन चेकिंग कर रही थी। उस समय सड़क पर दौड़ रहे वाहनों के बीच से एक ट्रक हाईवे की तरफ आता हुआ दिखाई दिया। यह ट्रक माल से भरा हुआ था। पुलिस को कुछ संदिग्ध लगा तो उन्होंने ट्रक को सड़क किनारे रुकवा लिया। ड्राइवर से पूछताछ की गई। उस समय ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि ट्रक में स्क्रैप है और वह इसे हरियाणा ले जा रहा है।
पुलिस ने ट्रक ड्राइवर से कागजात मांगे, जिस पर उसने ई-वे बिल दिखाया। ट्रक में ऊपर से नीचे तक स्क्रैप माल भरा हुआ दिखाई दे रहा था। ड्राइवर के पास इसके कागजात भी थे। लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों को कुछ शक हुआ। इसलिए अधिकारियों से चेतावनी मिलने के बाद कुछ पुलिस कर्मी ट्रक में चढ़े और स्क्रैप माल को हटाया। जब उन्होंने सामने जो देखा तो अधिकारी और कर्मचारी दंग रह गए।
स्क्रैप सिर्फ नाम का था, जब पुलिस ने उसे एक तरफ किया तो उसके नीचे एक खास तरह की लकड़ी मिली। इस लकड़ी पर भी गुलाबी रंग लगा हुआ था। पुलिस ने तुरंत ट्रक चालक को हिरासत में लिया और जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पता चला कि लकड़ी सागौन की है, जिसकी कीमत करीब 1 करोड़ रुपये है। इस लकड़ी का वजन 14 टन था। इसे करीब 20 क्विंटल कबाड़ और कचरे के नीचे ले जाया जा रहा था। बर्मा सागौन की यह खेप दोनों देशों की सीमा पार करके भारत लाई गई थी।
इस लकड़ी को पहले म्यांमार से नेपाल लाया गया। फिर इसे नेपाल के रास्ते भारत के मणिपुर ले जाया गया। फिर इसे मणिपुर के इंफाल से हरियाणा ले जाया गया, जहां इसे तैयब और साकिर नाम के व्यक्ति को सौंपा जाना था। इस घटना में पकड़ा गया ट्रक चालक शहजाद शामली जिले के जिंजाना इलाके का रहने वाला है। जबकि ट्रक क्लीनर शोएब छपरौली जिले का रहने वाला है। पुलिस ने बताया कि ये दोनों लकड़ी की खेप हरियाणा के तावडू में पहुंचाने वाले थे, जिसके बदले में उन्हें मोटी रकम मिलने वाली थी।
क्या है बर्मा सागौन की लकड़ी की खूबियां
चंदन की लकड़ी की तरह बर्मा सागौन की लकड़ी भी बाजार में महंगी मिलती है। यह लकड़ी मुख्य रूप से म्यांमार में पाई जाती है। यह लकड़ी अपनी बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जानी जाती है। खूबसूरत इनडोर फर्नीचर से लेकर टिकाऊ आउटडोर फर्नीचर तक, इसे बनाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है। अपनी प्राकृतिक सुंदरता, मजबूती और हर मौसम में सुरक्षित रहने की क्षमता के कारण इस लकड़ी की बाजार में काफी मांग है। मोदीनगर इलाके में पुलिस ने 14 टन बर्मा सागौन की लकड़ी जब्त की, लेकिन इसकी बाजार कीमत करोड़ों में है।
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