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gaza ceasefire: गाजा पट्टी में जारी युद्धविराम और उसके भविष्य को लेकर नए तनाव उभर रहे हैं। एक ओर अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के एआई-जनित वीडियो ने मुस्लिम मुल्कों में नाराजगी फैला दी है। तो दूसरी ओर मिस्र ने गाजा के पुनर्निर्माण के लिए एक सफल योजना तैयार करने का दावा किया है, जिसे 4 मार्च को अरब शिखर सम्मेलन में प्रस्तुत किया जाएगा।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक एआई वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने गाजा का संभावित भविष्य दिखाने की कोशिश की। इस वीडियो में नाइट क्लबों में नाचती महिलाएं, पूलसाइड पर चिल करते ट्रंप और इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू नजर आ रहे थे। माना जा रहा है कि यह वीडियो गाजा के पुनर्निर्माण की एक वैकल्पिक योजना को दर्शाने का प्रयास था, लेकिन इसका सीधा संदेश फिलिस्तीनियों को खदेड़ने से जुड़ा माना गया।
ट्रंप के इस वीडियो की मुस्लिम देशों ने कड़ी आलोचना की। कई अरब नेताओं ने इसे गाजा संकट की गंभीरता का मजाक उड़ाने वाला बताया, जबकि कुछ विशेषज्ञों ने इसे इजरायल समर्थित प्रचार करार दिया।
गाजा संकट को हल करने के लिए मिस्र ने एक नई योजना तैयार की है, जिसका मकसद फिलिस्तीनी आबादी को गाजा में बनाए रखना और क्षेत्र का पुनर्निर्माण करना है। मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलाती ने संडे को घोषणा की कि उनकी सरकार अरब शिखर सम्मेलन (OIC) में इस योजना को प्रस्तुत करेगी।
पुनर्निर्माण योजना पर एक नजर
गाजा में ही फिलिस्तीनी आबादी को बनाए रखना। युद्ध के बाद बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण करना है। अन्य अरब देशों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से वित्तीय सहायता प्राप्त करना है। यूरोपीय देशों की आर्थिक भागीदारी को बढ़ावा देना है।
अब्देलाती ने कहा कि योजना के बाद प्रमुख दानदाता देशों के साथ गहन वार्ता की जाएगी। उन्होंने यूरोपीय देशों को गाजा पुनर्निर्माण में एक प्रमुख भूमिका निभाने के लिए अपील की है।
बता दें कि यदि मुस्लिम देशो की ये रणनीति सफल रही तो ट्रंप और इजरायल को करारा झटका लगेगा।