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कराची/सिंध, 21 मई: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में पानी की किल्लत को लेकर हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। ताजा घटना में सिंध के एक नहर क्षेत्र को लेकर शुरू हुआ प्रदर्शन देखते ही देखते उग्र हो गया। गुस्साए लोगों ने राज्य के एक वरिष्ठ मंत्री के आवास को आग के हवाले कर दिया। हालात काबू में लाने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें दो प्रदर्शनकारियों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए।

प्रदर्शनकारी सिंध के नहर क्षेत्र में लगातार कम होते जलस्तर और पानी के अनुचित वितरण से नाराज थे। उनका आरोप है कि सरकार जानबूझकर कुछ इलाकों को पानी से वंचित रख रही है, जिससे स्थानीय किसान और आम नागरिक गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं। इसी आक्रोश के चलते बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शन हिंसक हो गया।

प्रदर्शनकारियों ने मंत्री के आवास पर हमला किया और उसे आग के हवाले कर दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया, लेकिन जब भीड़ पर काबू नहीं पाया जा सका तो पुलिस को गोलियां चलानी पड़ीं। इसमें दो प्रदर्शनकारियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए।

सिंध सरकार की ओर से मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और संबंधित इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है। इंटरनेट सेवाएं भी एहतियात के तौर पर प्रभावित क्षेत्रों में बंद कर दी गई हैं।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि जब तक जल संकट का स्थायी समाधान नहीं निकाला जाएगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। विपक्षी दलों ने भी सरकार पर पानी के बंटवारे में पक्षपात का आरोप लगाया है और घटना की न्यायिक जांच की मांग की है।

यह घटना सिंध प्रांत में गहराते जल संकट और प्रशासन की नाकामी को उजागर करती है, जो आने वाले दिनों में और गंभीर रूप ले सकती है।