
महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। महाविकास अघाड़ी (MVA) के भविष्य को लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा कि अगर गठबंधन में तालमेल और सम्मान नहीं रहेगा, तो MVA के बने रहने का कोई मतलब नहीं है।
ठाकरे ने यह बात उन अटकलों के बीच कही है जिनमें कहा जा रहा है कि उनकी पार्टी बीजेपी के साथ दोबारा गठबंधन कर सकती है। हालांकि, उन्होंने बीजेपी से हाथ मिलाने की बात को खारिज नहीं किया, लेकिन यह जरूर कहा कि कोई भी फैसला जनता और कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ध्यान में रखकर लिया जाएगा।
गठबंधन में बढ़ रही है दरार?
उद्धव ठाकरे ने इशारों-इशारों में कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार गुट) की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि अगर कोई साथी पार्टी हमारी बात नहीं मानती, सहयोग नहीं करती और केवल अपने हितों के बारे में सोचती है, तो ऐसा गठबंधन टिकाऊ नहीं हो सकता।
उन्होंने आगे कहा, “मैंने हमेशा सहयोगियों को सम्मान दिया है, लेकिन सम्मान केवल एकतरफा नहीं हो सकता। हमें भी वही सम्मान चाहिए जो हम दूसरों को देते हैं।”
बीजेपी से जुड़ने की अटकलें तेज
हाल के कुछ दिनों में शिवसेना (UBT) और कांग्रेस के बीच कई मुद्दों पर मतभेद सामने आए हैं। इसके चलते ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि उद्धव ठाकरे एक बार फिर बीजेपी के करीब जा सकते हैं। हालांकि ठाकरे ने साफ किया कि वे किसी दबाव में फैसला नहीं लेंगे।
उद्धव ठाकरे का यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि MVA आगे चलता है या फिर महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया मोड़ आता है।
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