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महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर उथल-पुथल के दौर से गुजरती दिख रही है। हाल ही में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा दिया गया एक कथित ‘प्रस्ताव’ अब चर्चा का केंद्र बन गया है। सूत्रों के अनुसार, इस प्रस्ताव के बाद शिवसेना (उद्धव गुट) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कुछ अहम राजनीतिक बैठकों का आयोजन किया है, जिससे राज्य में संभावित बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं।

बताया जा रहा है कि फडणवीस ने उद्धव ठाकरे को राजनीतिक सहयोग का संकेत दिया है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इसके बाद उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और सहयोगियों के साथ गोपनीय बैठकें कीं, जिनमें मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों और संभावित गठबंधन को लेकर विचार-विमर्श हुआ।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि महाराष्ट्र की राजनीति में यह एक बड़ा मोड़ हो सकता है। एक ओर जहां एनसीपी (अजित पवार गुट) और बीजेपी की सरकार फिलहाल स्थिर दिख रही है, वहीं शिवसेना (उद्धव गुट) की सक्रियता से साफ है कि कोई नया समीकरण बन सकता है।

इस बीच विपक्ष भी घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है। अगर शिवसेना और बीजेपी के बीच किसी तरह की नई साझेदारी होती है, तो यह महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा ‘खेला’ साबित हो सकता है।

हालांकि अब तक कोई भी नेता इस पर सार्वजनिक बयान देने से बच रहा है, लेकिन सियासी गलियारों में गहमागहमी तेज हो गई है। आने वाले दिनों में यह साफ हो सकता है कि यह सिर्फ अटकलें हैं या वास्तव में महाराष्ट्र की राजनीति में कुछ बड़ा होने जा रहा है।

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