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Delhi Stampede: दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई। बहुत से लोग घायल हो गए। इस दुर्घटना में मारे गए लोगों में से कई बिहार के हैं। वैशाली जिले के एक 12 वर्षीय लड़के की भी भगदड़ में मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, वैशाली जिले के पातेपुर का नीरज अपने चाचा के साथ दिल्ली से घर यानी बिहार लौटने के लिए बीती रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा था। भीड़ में दम घुटने और स्टेशन पर भगदड़ के कारण उनकी भी मृत्यु हो गई। पातेपुर दभैच के संजीत पासवान और कमलेश के तीन बच्चों में सबसे छोटे नीरज को उसके चाचा-चाची ने गोद ले लिया था, क्योंकि उनकी कोई संतान नहीं थी और वे उसे अपने साथ दिल्ली ले आए थे।
नीरज का दाखिला दिल्ली के एक स्कूल में हो गया। वह पढ़ाई में भी होशियार था। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था और महज 3 महीने बाद ही दिल्ली से घर लौटते समय इस हादसे में नीरज की मौत हो गई।
हादसे और स्टेशन पर मची भगदड़ के कारण भीड़ में फंसे चाचा-चाची भी घायल हो गए। नीरज की मौत की खबर सुनते ही परिवार और गांव में मातम पसर गया। नीरज के पिता संजीत पासवान ने रेलवे प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि इसके पीछे कुप्रबंधन ही वजह है।
रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर ने बताया कि घटना के समय पटना जाने वाली मगध एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म 14 पर और जम्मू जाने वाली संपर्क क्रांति प्लेटफॉर्म 15 पर खड़ी थी। इस समय प्लेटफार्म पर भीड़ थी और कई यात्री गिर पड़े। जिसके कारण यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। जांच जारी है।