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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट के सितारे विराट कोहली ने रविवार को रांची में खेले गए पहले वनडे मैच में शानदार शतक लगाकर अपने प्रशंसकों को एक और यादगार पल दिया। इस शतक के साथ ही कोहली ने वनडे क्रिकेट में 52वां शतक पूरा किया और भारत के लिए 83 शतक लगाने का रिकॉर्ड भी कायम किया। कोहली ने 135 रन की पारी में 11 चौके और सात छक्के जड़े, जिनमें से 49 रन दौड़कर बनाए गए। यह उनके वनडे करियर की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक थी।

कोहली ने गेंदबाजों पर शुरुआत से ही दबाव बनाना शुरू कर दिया था, और उनकी तेज़ बल्लेबाजी से दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों के होश उड़े हुए थे। इस पारी में 37 वर्षीय कोहली ने एक नई ऊर्जा के साथ खेल दिखाया, और यह साबित किया कि उम्र केवल एक संख्या है। कोहली के इस शानदार प्रदर्शन ने यह भी साबित कर दिया कि शारीरिक फिटनेस उनके लिए केवल एक आदत बन चुकी है।

“मानसिक फिटनेस ही है मेरी सफलता का राज”

कोहली ने मैच के बाद हर्षा भोगले से बातचीत करते हुए कहा कि उनका क्रिकेट मानसिक रूप से पूरी तरह फिट रहने पर निर्भर करता है। कोहली ने कहा कि मैं कभी ज्यादा तैयारी में विश्वास नहीं करता, मेरा सारा क्रिकेट मानसिक है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भले ही वह ज्यादा शारीरिक अभ्यास नहीं करते, लेकिन मानसिक तैयारी उनके खेल के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।

कोहली ने आगे कहा, "जब तक मेरी फिटनेस सही है और मानसिक रूप से मैं तैयार हूं, तब तक मुझे लगता है कि मैं अच्छे प्रदर्शन के लिए तैयार हूं। अगर आप गेंद को सही से हिट कर रहे हैं और आपका खेल सही दिशा में जा रहा है, तो आपको लगता है कि सब कुछ सही है।"