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Up Kiran, Digital Desk: नेपाल में आगामी आम चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं और इस बार खास बात यह है कि मतदान की उम्र घटकर 16 वर्ष हो गई है। इस बदलाव से अब युवा मतदाताओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, जिससे चुनावी राजनीति में उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाएगी। देश की वर्तमान अंतरिम सरकार ने इस नई उम्र सीमा को लागू करने के लिए एक अध्यादेश पारित किया है, जो जेनरेशन जेड की सक्रियता और मांगों को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
राजनीतिक दलों के लिए पंजीकरण और नवीनीकरण की अंतिम तारीख
निर्वाचन आयोग ने सभी राजनीतिक पार्टियों को अनिवार्य रूप से 15 नवंबर तक अपने पंजीकरण या नवीनीकरण की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया है। नए दलों के लिए भी यह समयसीमा लागू है ताकि वे आगामी चुनाव में भाग ले सकें। यह कदम चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी और व्यवस्थित बनाने की दिशा में उठाया गया है।
सर्वदलीय बैठक और मतदाता नामावली का महत्व
हाल ही में निर्वाचन आयोग ने 29 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को एक सर्वदलीय बैठक के लिए आमंत्रित किया। इन दलों ने पिछली बार के संघीय, प्रदेश और स्थानीय चुनावों में कम से कम एक सीट पर जीत हासिल की थी। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य मतदाता नामावली के संकलन कार्य को प्रभावी ढंग से पूरा करना और सभी पार्टियों को इस प्रक्रिया में सहयोग के लिए प्रेरित करना था।
निर्वाचन प्रक्रिया में आम जनता की भूमिका
चुनाव के प्रति जागरूकता बढ़ाने और सभी वर्गों का सहभाग सुनिश्चित करने के लिए आयोग ने स्पष्ट किया है कि मतदाता सूची का अद्यतन बेहद जरूरी है। मतदाता, खासकर युवा, अब चुनावों में अपनी भूमिका निभाने के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो रहे हैं। यह बदलाव लोकतंत्र की मजबूती के लिए अहम साबित होगा क्योंकि इससे राजनीतिक दलों को भी युवाओं की जरूरतों और विचारों को समझने का मौका मिलेगा।