_356721435.png)
Up Kiran, Digital Desk: हनीमून के लिए मेघालय गए सोनम और राजा रघुवंशी अचानक लापता हो गए। पुलिस ने जोड़े की तलाश में दिन-रात काम किया। उन्होंने दूरदराज के इलाकों में टीमें भेजीं। सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए, लेकिन कुछ नहीं मिला। सब कुछ अंधेरे में तीर चलाने जैसा था। पुलिस हर चीज पर कड़ी नजर रख रही थी, लेकिन किसी को कुछ पता नहीं था। फिर इस मामले में एंट्री हुई एक स्थानीय गाइड अल्बर्ट पीडी की...जिसकी जानकारी से पुलिस केस के करीब पहुंची। इससे सोनम रघुवंशी की साजिश और राजा की हत्या के पीछे का चेहरा सामने आया।
हिंदी नहीं समझते थे, लेकिन संदेह था
अल्बर्ट पीडी नाम के गाइड ने पुलिस को बताया कि 22 मई को सोनम और राजा के साथ 3 अन्य युवक भी थे। वे नोंग्रियात से मावलखियात तक 3,000 सीढ़ियां चढ़ रहे थे। राजा तीनों लोगों के आगे चल रहा था जबकि सोनम उनके पीछे थी। वे सभी हिंदी बोल रहे थे। मुझे हिंदी ज्यादा नहीं आती, लेकिन मुझे लगा कि कुछ गड़बड़ है। सोनम ने अल्बर्ट को छोड़ दिया था और भवनसाई नामक एक अन्य गाइड को काम पर रखा था, जिसने उसे शिपारा होमस्टे में छोड़ा था। मेघालय पुलिस ने इस मामले को ऑपरेशन हनीमून नाम दिया। कुल 120 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी इस मामले को सुलझाने में लगे थे।
फोटो पोस्ट न करने पर संदेह
राजा रघुवंशी की हत्या की गुत्थी सुलझाने के दौरान पुलिस के मन में एक और संदेह तब पैदा हुआ, जब हनीमून पर गई सोनम ने अपने सोशल मीडिया पर एक भी फोटो पोस्ट नहीं की। नवविवाहित जोड़े में ऐसा होना असामान्य है। ज्यादातर जोड़े अपने हनीमून ट्रिप की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं, लेकिन सोनम और राजा की एक भी फोटो सामने नहीं आई। गाइड से मिले सुराग के बाद यही पहली बात थी, जिसने टीम का संदेह बढ़ाया।
--Advertisement--