
Up Kiran, Digital Desk: खेल के मैदान से एक बेहद अच्छी खबर सामने आई है, जो सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विश्व स्तर पर भारतीय खिलाड़ियों की बढ़ती ताकत और नेतृत्व क्षमता को दिखाती है। ओलंपिक पदक विजेता और भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु (PV Sindhu) को वर्ल्ड बैडमिंटन फेडरेशन (BWF) के एथलीट्स कमीशन (Athletes' Commission) के सदस्य के रूप में लगातार तीसरी बार चुना गया है। यह वाकई में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
यह सम्मान क्यों है इतना ख़ास: एथलीट्स कमीशन दरअसल BWF का एक ऐसा महत्वपूर्ण समूह है, जो दुनिया भर के बैडमिंटन खिलाड़ियों की आवाज़ को वैश्विक फेडरेशन तक पहुँचाता है। यह कमेटी खिलाड़ियों के मुद्दों (जैसे कि टूर्नामेंट कैलेंडर, नियम और भत्ते) पर बात करती है, जिससे उनके हितों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
किसी भी खिलाड़ी का इस कमीशन में चुना जाना ही बड़ा होता है, और पीवी सिंधु का तीसरी बार इस कमीशन में शामिल होना यह बताता है कि:
वैश्विक स्तर पर भरोसा: न सिर्फ BWF, बल्कि दुनिया भर के खिलाड़ी सिंधु के नेतृत्व, उनकी निष्पक्षता और उनके अनुभव पर भरोसा करते हैं।
भारत की मज़बूत आवाज़:सिंधु इस पद के ज़रिए न केवल भारतीय बैडमिंटन (Badminton) खिलाड़ियों के हितों का ध्यान रखेंगी, बल्कि पूरे एशियाई खिलाड़ियों की चिंताएँ भी प्रभावी ढंग से प्रशासन तक पहुँचा पाएंगी।
स्थायित्व और नेतृत्व: उनका तीसरा कार्यकाल प्रशासनिक जिम्मेदारी निभाने में उनके अनुभव और गंभीरता को रेखांकित करता है।
पीवी सिंधु कोर्ट के अंदर अपनी सफलता के साथ-साथ अब कोर्ट के बाहर BWF के प्रशासनिक फैसलों में भी एक निर्णायक भूमिका निभाएंगी। यह दिखाता है कि भारत अब सिर्फ महान खिलाड़ी पैदा करने वाला देश नहीं, बल्कि खेल जगत के बड़े फैसले लेने वाला देश भी बन चुका है।