Up Kiran, Digital Desk: भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है. देश के प्रॉपर्टी बाजार पर संस्थागत निवेशकों (बड़े देसी और विदेशी फंड्स) का भरोसा इतना बढ़ गया है कि जुलाई से सितंबर 2025 की तिमाही में निवेश में 83 प्रतिशत की जबरदस्त उछाल देखने को मिली है. इस दौरान कुल 1.4 बिलियन डॉलर (लगभग 11,600 करोड़ रुपये) का भारी-भरकम निवेश किया गया.
यह आंकड़ा रियल एस्टेट कंसल्टेंट फर्म कोलियर्स इंडिया (Colliers India) की ताजा रिपोर्ट में सामने आया है. यह उछाल दिखाता है कि भारत का रियल एस्टेट बाजार कोरोना और वैश्विक मंदी के असर से बाहर निकलकर निवेशकों के लिए एक पसंदीदा जगह बन गया है.
कहां लग रहा है सबसे ज्यादा पैसा?
इस निवेश का सबसे बड़ा हिस्सा यानी 64% ऑफिस स्पेस में लगा है. इसका मतलब है कि बड़े-बड़े निवेशक भारत में ऑफिस की जगहों पर सबसे ज्यादा पैसा लगा रहे हैं, क्योंकि उन्हें यहां भविष्य में अच्छी ग्रोथ की उम्मीद है.
ऑफिस स्पेस: सबसे ज्यादा 893 मिलियन डॉलर का निवेश हुआ.
इंडस्ट्रियल और वेयरहाउसिंग (गोदाम): दूसरे नंबर पर यह सेक्टर रहा, जिसमें 326 मिलियन डॉलर का निवेश आया. भारत में बढ़ते ऑनलाइन शॉपिंग (e-commerce) और मैन्युफैक्चरिंग के कारण गोदामों की मांग तेजी से बढ़ी है.
आवासीय (रेसिडेंशियल): घरों के बाजार में भी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है, जिसमें 138 मिलियन डॉलर का निवेश देखने को मिला.
क्यों बढ़ा है निवेशकों का भरोसा: कोलियर्स इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर पीयूष जैन के मुताबिक, "भारत की मजबूत आर्थिक ग्रोथ और सरकार की सहायक नीतियों के कारण विदेशी और घरेलू निवेशक यहां पैसा लगाने के लिए उत्साहित हैं. ऑफिस और इंडस्ट्रियल सेक्टर उनकी पहली पसंद बने हुए हैं."
इस रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि कुल निवेश में विदेशी निवेशकों का हिस्सा 59% और घरेलू निवेशकों का हिस्सा 41% रहा, जो दिखाता है कि दुनिया भर की बड़ी कंपनियां भारत के रियल एस्टेट बाजार पर दांव लगा रही हैं.
यह तगड़ा निवेश न केवल रियल एस्टेट सेक्टर को मजबूती देगा, बल्कि देश में रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा.
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