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Up Kiran, Digital Desk: बिहार सरकार ने नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी को 39 हार्डिंग रोड पर नया आलीशान बंगला आवंटित कर दिया है। पुराना 10 सर्कुलर रोड वाला बंगला रद्द कर दिया गया। भवन निर्माण विभाग ने शिफ्टिंग का पत्र भी जारी कर दिया लेकिन लालू परिवार ने साफ इनकार कर दिया। राजद इसे नीतीश सरकार और बीजेपी की साजिश बता रहा है।

नया बंगला किसी मंत्री आवास से कम नहीं

39 हार्डिंग रोड वाला बंगला बिहार के मंत्रियों के आवासों में दूसरा सबसे बड़ा है। छह बड़े बेडरूम, विशाल ड्रॉइंग-डाइनिंग रूम, अलग मेहमान कक्ष और भव्य हॉल। हाल में ही पूरा इंटीरियर नया कराया गया है। बाहर खूबसूरत गार्डन और लाइटिंग। स्टाफ और गार्ड्स के लिए अलग कमरे। पूरे परिसर में सीसीटीवी और चौबीस घंटे सुरक्षा। सुविधाओं के मामले में यह किसी पांच सितारा घर से कम नहीं।

पुराना बंगला छोड़ने के पीछे सियासी गणित

दरअसल मामला सिर्फ घर बदलने का नहीं है। 10 सर्कुलर रोड वाला बंगला राबड़ी देवी को पूर्व मुख्यमंत्री कोटे से मिला हुआ था। 2017 में तेजस्वी यादव ने खुद डिप्टी सीएम रहते इस व्यवस्था को कोर्ट में चुनौती दी थी और कोर्ट ने सुविधा खत्म कर दी। अब वही फैसला उनके लिए मुसीबत बन गया है।

2025 के बाद बंगला भी जा सकता है हाथ से

2025 विधानसभा चुनाव में राजद को सिर्फ 25 सीटें मिलीं। अभी विधान परिषद में उनके 13 सदस्य हैं। नेता प्रतिपक्ष बने रहने के लिए कम से कम 9 पार्षद चाहिए। 2028 तक कई एमएलसी का कार्यकाल खत्म हो रहा है। शिक्षक, स्नातक और स्थानीय निकाय कोटे में अगर राजद को सीटें नहीं मिलीं तो राबड़ी देवी का नेता प्रतिपक्ष का पद ही चला जाएगा। पद गया तो नया बंगला भी अपने आप वापस हो जाएगा।