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Up Kiran, Digital Desk: बारिश का मौसम आते ही पेट खराब होने, यानी गैस्ट्रोएंटेराइटिस की समस्या बढ़ने लगती है। इसकी वजह है मौसम में नमी और जगह-जगह जमा पानी। ऐसी जगहों पर बैक्टीरिया और वायरस तेज़ी से पनपते हैं और खाने-पीने की चीज़ों के ज़रिए हमारे शरीर में पहुंच जाते हैं।

खासकर बच्चे इस मौसम में बाहर खेलते हुए गंदगी, धूल-मिट्टी और चोट के संपर्क में ज़्यादा आते हैं। इसलिए यह ज़रूरी है कि कुछ बातों का ध्यान रखकर पूरे परिवार को इस मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाया जाए।

1. हाथों की सफ़ाई सबसे ज़रूरी

हमारे हाथ कीटाणुओं का सबसे बड़ा घर होते हैं। इसलिए, संक्रमण से बचने का सबसे पहला और आसान तरीक़ा है हाथों को अच्छी तरह साफ़ रखना।

बच्चों की आदत डालें: बच्चों में यह आदत ज़रूर डालें कि वे बाहर से घर आने पर सबसे पहले अपने हाथ धोएं।

हमेशा साथ रखें सैनिटाइज़र: जब आप घर से बाहर हों और हाथ धोना संभव न हो, तो एक अच्छा सैनिटाइज़र अपने पास रखें।

चोट को नज़रअंदाज़ न करें: अगर कोई चोट या घाव है, तो उसे खुला न छोड़ें और एंटीसेप्टिक लगाकर पट्टी करें।

2. शरीर में पानी की कमी न होने दें

पेट खराब होने पर शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे कमज़ोरी और बढ़ सकती है।

खूब पानी पिएं: शरीर में पानी और ज़रूरी मिनरल्स (जैसे सोडियम, पोटैशियम) का संतुलन बनाए रखने के लिए ओआरएस (ORS) या नमक-चीनी का घोल पिएं।

पेट को रखें स्वस्थ: जिन लोगों की इम्यूनिटी कमज़ोर होती है, उन्हें यह इन्फेक्शन जल्दी पकड़ता है। अपनी डाइट में प्रोटीन और प्रोबायोटिक्स (जैसे दही) वाली चीजें शामिल करें। एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और तनाव से दूर रहें ताकि शरीर की रोगों से लड़ने की ताक़त बनी रहे।

3. खाने-पीने में बरतें ख़ास सावधानी

मानसून में इम्यूनिटी बनाने के साथ-साथ यह भी ज़रूरी है कि आप जो भी खा-पी रहे हैं, वो पूरी तरह साफ़ हो।

साफ़ पानी पिएं: हमेशा उबला हुआ या किसी अच्छे प्यूरीफ़ायर से फ़िल्टर किया हुआ पानी ही पिएं।

बाहर के खाने से परहेज़: सड़क किनारे बिकने वाली खुली चीज़ों, कटे हुए फल, जूस या आइसक्रीम खाने से बचें।

घर पर पका खाना: इस मौसम में घर पर बना ताज़ा और सादा खाना ही सबसे सुरक्षित है। सब्जियों को इस्तेमाल करने से पहले अच्छी तरह धो लें।

4. घर के अंदर भी सफ़ाई का ध्यान रखें

बाहर की तरह ही घर के अंदर की सफ़ाई भी बहुत मायने रखती है।

रसोई को साफ़ रखें: झूठे बर्तनों को ज़्यादा देर तक न छोड़ें और किचन को हमेशा साफ़-सुथरा रखें।

पानी जमा न होने दें: घर के अंदर या आसपास कहीं भी पानी जमा न होने दें।

बार-बार छुई जाने वाली जगहें: दरवाज़े के हैंडल, फ़्रिज का हैंडल और लाइट के स्विच जैसी जगहों को किसी कीटाणुनाशक से पोंछते रहें ताकि कीटाणुओं को फैलने से रोका जा सके।