Up Kiran, Digital Desk: बीती बीस तारीख को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने मोहम्मद रिजवान से पाकिस्तान की वनडे टीम की कप्तानी छीनने का ऐलान किया। उनकी जगह शाहीन शाह अफरीदी को नए कप्तान के रूप में चुना गया, जो अब साउथ अफ्रीका के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज में टीम की अगुआई करेंगे। रिजवान का कप्तानी करियर अपेक्षाकृत छोटा था, लगभग एक साल का, और इस दौरान उनका प्रदर्शन भी संतोषजनक ही था। फिर भी, उनसे कप्तानी छीनने की वजहों को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
इस फैसले की गहराई में जाने पर एक नई रिपोर्ट सामने आई है, जिसने इस बदलाव के पीछे की असली वजह को उजागर किया है। हालांकि, पीसीबी की तरफ से इस बदलाव के पीछे का कारण आधिकारिक तौर पर नहीं बताया गया, लेकिन टाइम्स ऑफ इंडिया डॉट कॉम की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि मोहम्मद रिजवान ने बोर्ड के खिलाफ जाकर सट्टेबाजी कंपनियों के प्रमोशन से मना कर दिया था।
रिपोर्ट के अनुसार, पीसीबी के एक सूत्र ने बताया कि रिजवान ने बोर्ड को सूचित किया था कि वह सट्टेबाजी कंपनियों का प्रचार नहीं करेंगे, जो उनके कप्तानी से हटाए जाने का मुख्य कारण बना। सूत्र ने यह भी बताया कि रिजवान सरोगेट सट्टेबाजी फर्मों के साथ पीसीबी के सहयोग के खिलाफ थे।
यह पहली बार नहीं है जब रिजवान ने ऐसा कड़ा कदम उठाया हो। इस साल की शुरुआत में, कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) के दौरान जब वह सेंट किट्स एंड नेविस पैट्रियट्स के साथ खेल रहे थे, तब उन्होंने एक सट्टेबाजी कंपनी के लोगो वाली जर्सी पहनने से मना कर दिया था। इसके अलावा, उन्होंने टीम की मुख्य स्पॉन्सर द्वारा ब्रांडिंग की हुई जर्सी भी पहनने से इनकार किया था और बिना किसी ब्रांडिंग वाली जर्सी पहनकर टूर्नामेंट खेला था।
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