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Up Kiran, Digital Desk: सोमवार को इंटरनेट की दुनिया में तब खलबली मच गई, जब अमेज़न वेब सर्विसेज़ (AWS) अचानक डाउन हो गया. AWS दुनिया की सबसे बड़ी क्लाउड सर्विस है, जिस पर स्नैपचैट, फोर्टनाइट, और रोब्लॉक्स जैसी करोड़ों वेबसाइट्स और ऐप्स चलती हैं. इसके ठप होते ही दुनियाभर में लोगों के लिए ये सर्विसेज़ इस्तेमाल करना नामुमकिन हो गया.

सोमवार सुबह-सुबह शुरू हुई इस दिक्कत की वजह से न सिर्फ सोशल मीडिया और गेमिंग ऐप्स बंद हुईं, बल्कि एयरलाइन्स और बैंकों के काम पर भी इसका बुरा असर पड़ा. अमेरिका में डेल्टा और यूनाइटेड एयरलाइन्स जैसी कंपनियों को परेशानी झेलनी पड़ी, तो वहीं ब्रिटेन में लॉयड्स और बैंक ऑफ स्कॉटलैंड जैसे बड़े बैंकों के ग्राहक अपने अकाउंट्स में लॉग इन नहीं कर पा रहे थे. अमेज़न की खुद की सर्विसेज़ जैसे कि प्राइम वीडियो और शॉपिंग वेबसाइट पर भी इसका असर देखने को मिला.

क्या थी वजह:अमेज़न ने बताया कि यह दिक्कत उनके एक इंटरनल सिस्टम में आई खराबी के कारण हुई. आसान भाषा में समझें तो, जो सिस्टम अमेज़न के नेटवर्क पर नज़र रखता है, उसी में गड़बड़ी हो गई. इसका असर इतना बड़ा था कि दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन नेटवर्क में से एक घंटों तक परेशान रहा. हालांकि, कंपनी ने यह भी साफ़ किया है कि यह कोई साइबर अटैक नहीं था.

देर शाम तक अमेज़न ने इस गड़बड़ी को ठीक कर लिया और सभी सर्विसेज़ धीरे-धीरे सामान्य हो गईं. लेकिन इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि हमारा डिजिटल वर्ल्ड कुछ गिनी-चुनी कंपनियों पर कितना ज़्यादा निर्भर हो गया है, जहाँ एक छोटी-सी तकनीकी खराबी भी पूरी दुनिया को रोक सकती है.