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Up Kiran, Digital Desk: हम में से ज़्यादातर लोग यह मानते हैं कि दिल की बीमारियाँ बुढ़ापे में ही होती हैं, लेकिन यह पूरा सच नहीं है. डॉक्टरों का कहना है कि हमारी खराब आदतें, जैसे - गलत खान-पान, तनाव और ज़्यादा देर तक बैठे रहना, हमारे दिल को उम्र से पहले ही बूढ़ा बना सकती हैं.

जैसा कि मैरिको की चीफ़ R&D ऑफिसर, डॉ. शिल्पा वोरा बताती हैं, "कई लोग बाहर से तो जवान और énergique दिखते हैं, लेकिन अंदर से उनके दिल की कहानी कुछ और ही होती है. इसीलिए अपनी 'हार्ट ऐज' यानी दिल की उम्र जानना बहुत ज़रूरी है."

क्या है “हार्ट ऐज: हार्ट ऐज" यह जानने का एक तरीका है कि आपका दिल असल में कितना बूढ़ा है. हो सकता है कि आपकी उम्र 35 साल हो, लेकिन गलत लाइफस्टाइल की वजह से आपके दिल की उम्र 45 साल वाले व्यक्ति जितनी हो. इसका सीधा मतलब है कि आपको हार्ट अटैक या स्ट्रोक का ख़तरा कहीं ज़्यादा है.

डॉ. वोरा के मुताबिक, "आपकी हर गलत आदत - जैसे गलत कुकिंग ऑइल का इस्तेमाल, नींद पूरी न करना, ज़्यादा तनाव लेना - आपके दिल की उम्र में कई साल जोड़ देती है."

ये आदतें आपके दिल को बना रही हैं बूढ़ा

गलत खान-पान और तेल: जंक फ़ूड और खराब क्वालिटी का तेल धीरे-धीरे हमारी धमनियों को ब्लॉक कर देता है. डॉ. वोरा सलाह देती हैं, "आप खाना बनाने के लिए कौन-सा तेल चुनते हैं, यह आपके दिल को बना भी सकता है और बिगाड़ भी सकता है. हमेशा अच्छे फैट वाला तेल ही चुनें."

तनाव और नींद की कमी: तनाव से शरीर में कॉर्टिसोल जैसे हॉर्मोन बढ़ते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर हाई होता है. वहीं, नींद पूरी न होने से दिल को आराम का मौका ही नहीं मिलता.

ज़्यादा देर तक बैठे रहना: घंटों तक एक ही जगह बैठे रहने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन कमजोर होता है और फैट जमता है.

अपने दिल को जवान कैसे रखें?

डॉ. वोरा कुछ छोटे लेकिन लगातार किए जाने वाले बदलावों पर ज़ोर देती हैं:

अच्छा खाएं: साबुत अनाज, फल, सब्ज़ियां, प्रोटीन और हेल्दी तेल को अपनी डाइट में शामिल करें.

एक्टिव रहें: रोज़ाना कम से कम 30 मिनट कसरत करें. वह कहती हैं, "आप चलें, डांस करें या साइकिल चलाएं, सब चलेगा, बस आपका दिल धड़कते रहना चाहिए."

अच्छी नींद लें: 7-8 घंटे की गहरी नींद ज़रूर लें.

तनाव कम करें: योगा या मैडिटेशन करें, या कुछ देर के लिए स्क्रीन से दूरी बना लें.

नियमित जांच कराएं: समय-समय पर टेस्ट कराने से छिपे हुए ख़तरों का पता चल जाता है.

डॉ. वोरा चेतावनी देती हैं, “लोग अक्सर सीने में भारीपन या थकान को तनाव समझकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन यह दिल की बीमारी की शुरुआती चेतावनी भी हो सकती है.”