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Up Kiran, Digital Desk: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की जल्द ही अमेरिका के दौरे पर जाने वाले हैं. इस दौरे का मुख्य मकसद रूस के खिलाफ जारी जंग में यूक्रेन की मदद के लिए लंबी दूरी की मिसाइलों की खरीद की संभावनाओं पर चर्चा करना है. यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब यूक्रेन को अपने सैन्य ताकत को बढ़ाने और रूस के हमलों का माकूल जवाब देने की सख्त ज़रूरत महसूस हो रही है.

लंबी दूरी की मिसाइलों की मांग क्यों: लंबे समय से यूक्रेन, अमेरिका से ऐसी मिसाइलें मांग रहा है जो काफी ज़्यादा दूरी तक मार कर सकें. उनका मानना है कि ऐसी मिसाइलें उन्हें रूसी सेना के सप्लाई लाइनों और ठिकानों पर हमला करने में मदद करेंगी, जो कि फिलहाल यूक्रेनी हमलों की पहुंच से बाहर हैं. हालांकि, अमेरिका ने अब तक ऐसी मिसाइलों की सप्लाई को लेकर कोई पक्का फैसला नहीं लिया है, लेकिन ज़ेलेंस्की की इस यात्रा से उम्मीद है कि इस मुद्दे पर एक नई और सकारात्मक चर्चा शुरू हो सकती है.

क्या अमेरिकी हथियार बदलेंगे जंग का नक्शा?

अगर अमेरिका लंबी दूरी की मिसाइलों की सप्लाई के लिए हाँ कह देता है, तो यह यूक्रेन के लिए एक बहुत बड़ा 'गेम-चेंजर' साबित हो सकता है. यह न सिर्फ यूक्रेन की रक्षा क्षमता को मज़बूत करेगा, बल्कि रूस पर भी बढ़ेगा कि वह जंग में ज़्यादा आगे न बढ़ पाए. हालांकि, ऐसी मिसाइलों की सप्लाई के अपने जोखिम भी हैं, और अमेरिका इस बात का भी ध्यान रखेगा कि यह विवाद और न बढ़े.

ज़ेलेंस्की की इस अमेरिकी यात्रा पर पूरी दुनिया की नज़रें टिकी होंगी, क्योंकि इस दौरे का नतीजा यूक्रेन के भविष्य और रूस के साथ चल रही जंग पर बड़ा असर डाल सकता है.