img

Up kiran,Digital Desk : 10 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार दिल्ली के बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक हुई और इस बैठक से जो फैसले निकलकर आए हैं, वे दिल्ली, खासकर बाहरी और पूर्वी दिल्ली की तस्वीर बदल सकते हैं। अगर सब कुछ प्लान के मुताबिक हुआ तो आने वाले दिनों में दिल्ली वालों को ट्रैफिक जाम और जलभराव की बड़ी समस्या से राहत मिल सकती है।

सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश साहिब सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कई बड़े प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी दी गई है। आइए, जानते हैं कि इन फैसलों से आपकी और हमारी जिंदगी पर क्या असर पड़ेगा।

पश्चिमी दिल्ली को मिलेगा नया 'रिंग रोड'

सबसे बड़ा और अहम फैसला नजफगढ़ नाले को लेकर हुआ है। अब इस नाले के दोनों किनारों पर एक बढ़िया, दो लेन की सड़क बनाई जाएगी। यह सड़क करीब 57 किलोमीटर लंबी होगी और झटिकरा से बसईदारापुर तक जाएगी। इस प्रोजेक्ट पर लगभग 454 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

सोचिए, यह सड़क एक तरह से दिल्ली के लिए एक नया और तेज रफ्तार वाला रास्ता बन जाएगी, जो आउटर रिंग रोड और इनर रिंग रोड के साथ-साथ चलेगी। इससे नजफगढ़, मटियाला, विकासपुरी और उत्तम नगर जैसे इलाकों में रहने वाले लाखों लोगों का सफ़र आसान हो जाएगा। उन्हें अब घंटों तक ट्रैफिक में नहीं फंसना पड़ेगा।

अब नालों से निकलेगी गंदगी, नहीं डूबेगी दिल्ली

हर साल बारिश में दिल्ली, खासकर पश्चिमी और उत्तरी दिल्ली के कई इलाके पानी में डूब जाते हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है नजफगढ़ नाले में जमा हुई करोड़ों टन गाद। इस बैठक में फैसला लिया गया है कि अब इस नाले की बड़े पैमाने पर सफाई होगी। एक अनुमान के मुताबिक, नाले में करीब 91 लाख घन मीटर गाद जमा है, जिसे आधुनिक मशीनों से निकाला जाएगा। जब नाला साफ हो जाएगा, तो पानी आसानी से बहेगा और जलभराव की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी।

पूर्वी दिल्ली को ट्रैफिक जाम से मिलेगी मुक्ति

पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर, सीलमपुर और करावल नगर जैसे घनी आबादी वाले इलाकों के लोगों के लिए भी अच्छी खबर है। यहां एक बड़े नाले (ट्रंक ड्रेन नंबर-1) के ऊपर एक एलिवेटेड रोड बनाने की तैयारी है। इस सड़क के बनने से इन इलाकों की मुख्य सड़कों पर गाड़ियों का दबाव कम होगा और लोगों को जाम से निजात मिलेगी।

साफ-सुथरे और सुंदर बनेंगे नाले

इसके अलावा, शाहदरा लिंक ड्रेन को भी सुंदर बनाने का प्लान है। इसके किनारे पैदल चलने के लिए रास्ते बनेंगे, पेड़-पौधे लगाए जाएंगे और टूटी हुई दीवारों को ठीक किया जाएगा, ताकि लोग उसमें कूड़ा न फेंकें।

सरकार का दावा है कि इन सभी प्रोजेक्ट्स पर पूरी निगरानी रखी जाएगी और उन्हें समय पर पूरा किया जाएगा ताकि दिल्ली वालों की लंबे समय से चली आ रही समस्याओं का एक स्थायी समाधान निकल सके